अयोध्या। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने बताया कि श्रावण मास में कावंड़िया अम्बेडकरनगर, गोण्डा, बस्ती, बहराइच, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर व अन्य जिलों से अयोध्या धाम आकर सरयू स्नान व नागेरश्वर नाथ में जलाभिषेक कर सरयू जल भरकर पुनः वापस जाते है। इस दौरान जनपद में शान्ति सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था बनाये रखने हेतु अधिकारियों स्थलों पर मजिस्ट्रेट के रूप में ड्यूटी लगायी जाती है, जो सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों व एसडीएम से समन्वय स्थापित कर भ्रमणशील रहकर शान्ति सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था बनाये रखने हेतु उत्तरदायी होंगे। अधिकारीगण अपने विभागीय वाहन का प्रयोग करेगें।
श्रावण मास प्रारम्भ लाखों कावड़ियों की भीड़ अयोध्या में आना संभावित है। श्रावण मास के प्रथम सोमवार 22 जुलाई द्वितीय 29 जुलाई, तृतीय 05 अगस्त, चतुर्थ 12 अगस्त, सावन त्रयोदशी तिथि 17 अगस्त व पंचम सोमवार 19 जुलाई को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहेगी। 19 जुलाई को रक्षा बन्धन श्रावण पूर्णिमा का स्नान होना है।
उन्होंने बताया कि सेक्टर वार मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है तथा सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 05 जोन में बांटा गया है। जोन प्रथम घाट, जोन द्वितीय नागेश्वरनाथ, जोन तृतीय हनुमानगढ़ी, चतुर्थ जोन कनक भवन, पंचम जोन (यातायात/भीड़ नियंत्रण जोन) बनाया गया है इसके अतिरिक्त आरक्षित मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी है।
उन्होंने बताया कि मजिस्ट्रेट ड्यूटी में लगाये गये जिन अधिकारियों का स्थानान्तरण हो गया हो अथवा पूर्व से अवकाश पर हो, उनके स्थान पर उनका कार्य देखने वाले अधिकारी उक्त मजिस्ट्रेट ड्यूटी करेगें तथा तत्काल इस कार्यालय को भी अवगत करायेगें।
उन्होंने बताया कि नगर मजिस्ट्रेट व रेजीडेन्ट मजिस्ट्रेट अपने-अपने आवंटित क्षेत्र एसडीएम सदर, सोहावल, मिल्कीपुर, रूदौली, बीकापुर अपनी-अपनी तहसील में शान्ति, सुरक्षा एवं कांवड़ियों की सुविधा के लिए आवश्यक प्रशासनिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायेगें। इनके अतिरिक्त एडीएम सिटी एवं एसपी सिटी नगरीय क्षेत्र तथा एडीएम प्रशासन व एसपी ग्रामीण सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र की शान्ति-व्यवस्था बनाये रखने हेतु उत्तरदायी होगें। सिटी मजिस्ट्रेट व एसपी सिटी अयोध्या कावंड़ियों के जलाभिषेक कार्यक्रम के प्रभारी होगें।