अयोध्या । रामनगरी अयोध्या में बुधवार को मां सरयू का अवतरण दिवस भक्ति, श्रद्धा और सांस्कृतिक वैभव के साथ धूमधाम से मनाया गया। श्री 13वां सरयू जयंती महोत्सव के भव्य समापन ने नगर को आध्यात्मिक आलोक से आलोकित कर दिया।
ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर देशभर से हजारों श्रद्धालु मां सरयू की पूजा और पुण्य स्नान के लिए अयोध्या पहुंचे। श्री श्री आञ्जनेय सेवा संस्थान द्वारा सरयू तट को फूलों से सजाया गया, जहां 5151 दीपों की महाआरती ने घाट को दिव्य आभा से भर दिया। सवा कुंटल दूध से मां सरयू का महा अभिषेक कर वैदिक मंत्रों की गूंज में भक्तों ने आशीर्वाद प्राप्त किया।
हनुमानगढ़ी और श्रीराम मंदिर में भी भक्तों का भारी जमावड़ा रहा। रामभक्ति के गीत, मंत्रोच्चार और भव्य झांकियों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। आयोजन में मां सरयू के अवतरण की कथा को रंगमंचीय स्वरूप में प्रस्तुत किया गया, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।
इससे पहले 5 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं महोत्सव में भाग लिया था और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे। उनके निर्देशों का पालन करते हुए इस बार सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए, जिससे श्रद्धालु निर्भय होकर आयोजन का हिस्सा बन सके।
महंत शशिकांत ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य मां सरयू के प्रति जन आस्था को सुदृढ़ करना और नदी संरक्षण के प्रति चेतना जगाना है। उन्होंने कहा, “सरयू केवल नदी नहीं, अयोध्या की जीवनधारा है। इसका संरक्षण हम सभी का दायित्व है।”
श्रद्धालुओं और आयोजकों ने इस पावन आयोजन को अविस्मरणीय बताते हुए अगले वर्ष और भव्य रूप में लौटने की उम्मीद जताई। मां सरयू की आराधना का यह उत्सव अयोध्या की आध्यात्मिक गरिमा का जीवंत प्रमाण बन गया।