अयोध्या। नौ दिवसीय रुद्रचंडी महायज्ञ की शुरुआत कलश यात्रा से हुई। ग्राम नंदापुर से निकली कलश यात्रा।10 किलोमीटर का सफर कर सरयू किनारे नयाघाट पहुंची। भाजपा युवा मोर्चा के नेता यश पाठक बाबा के नेतृत्व में सरयू तट पर कलश यात्रा में शामिल आचार्यों एवं श्रद्धालुओ का पुष्पवर्षा एवं अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया गया।
यज्ञ के संयोजक पं. विनोद महाराज ने बताया कि श्रीमहाकाली जी के स्थान नंदापुर में शुरू हुए नौ दिवसीय महायज्ञ में प्रतिदिन विभिन्न स्थानों का अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा। आचार्य पंडित आजाद पाण्डेय के आचार्यत्व में वैदिक पंडितों द्वारा देवपूजन किया जाएगा।
इस अवसर पर भाजपा युवा मोर्चा के नेता यश पाठक बाबा ने बताया की सनातन परंपरा में कलश को सुख-समृद्धि, सौभाग्य और मंगल कामनाओ का प्रतीक माना गया है। यही कारण है कि हमारे सनातन में प्रत्येक मांगलिक अवसर पर कलश को विधि-विधान से स्थापित किया जाता है। कलश के बिना हमारे सनातन में कोई भी पूजा अधुरी मानी जाती है।
कलश यात्रा का स्वागत करने वालो में वासुदेव पंडित शास्त्री, सागर पाण्डेय, रितिक पाण्डेय, धर्मेंद्र गुप्ता, पप्पू यादव, धर्मेन्द्र यादव, आकाश यादव, सुरेंद्र यादव, प्रवीण पंडित, सोनू पंडित, भगौती पंडित शामिल रहे।