◆ मुआवजे को लेकर इकठ्ठा हुए स्थानीय लोग, प्रशासन से की मांग
◆ कई पीढ़ियों से यहां रह रहे है लोग, नाम न होने नहीं मिल रहा भूमि का मुआवजा
अयोध्या। सहादतगंज से लेकर अयोध्या चौड़ीकरण को लेकर अब रिकाबगंज व नियावां में भी स्वर उभने लगे है। मुआवजे को लेकर यहां स्थानीय लोग इकठ्ठा हुए तथा प्रशासन से अपनी अपेक्षानुसार मुआवजा देने की मांग की। इससे पहले मुआवजे को लेकर अयोध्या में लगातार व्यापारियों का विरोध प्रशासन को झेलना पड़ रहा है।
रिकाबगंज अलका टावर के रहने वाले अजीत जायसवाल ने बताया कि उन्हें चौड़ीकरण को लेकर कोई विरोध नहीं है। परन्तु वह चाह रहे है कि उन्हें उचित मुआवजा मिले। वर्तमान में उन्हें केवल मकान का मुआवजा मिल रहा है। जमीन का नहीं मिल रहा है। क्योंकि जिस जमीन पर उनका मकान बना है वह राजा दियरा की बताई जा रही है। इस जमीन पर वह पीढ़ियों से मकान बनाकर रह रहे है। इसलिए स्थानीय लोग अपनी मांग के सम्बंध में यहां इकठ्ठा हुए थे। यहां कोई प्रदर्शन नहीं हुआ। बस लोग यह चाहते थे कि प्रशासन उनकी अपेक्षानुसार मुआवजा प्रदान करे। चौड़ीकरण होना वह भी चाह रहे है।
इससे पहले अयोध्या में विधानसभा चुनाव के पहले से ही चौड़ीकरण को लेकर विरोध प्रारम्भ हो गया था। विधानसभा चुनाव में तत्कालीन डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने व्यापारियों यह आश्वासन दिया था कि किसी का अहित नहीं होगा। जिसमें कई बार व्यापारियों के बीच सहमति व असहमति का दौर चला। वर्तमान में व्यापारियों का एक गुट प्रशासन पर डीपीआर से अधिक भूमि अधिग्रहती करने का आरोप लगा रहा है। जिसको लेकर यहां विरोध हो रहा है।