◆ अहिल्याबाई का जीवन भारत की सनातन शक्ति का प्रतीक – प्रभारी मंत्री
अयोध्या। रानी अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के अंतर्गत अवध विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में जिला पंचायत सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुरूआत प्रदेश सरकार के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दीप प्रज्वलन कर किया। जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी रही।
प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन भारतीय संस्कृति की दिव्यता, न्यायप्रियता और राष्ट्र सेवा का प्रतीक है। उन्होंने नारी नेतृत्व को एक नई ऊंचाई दी और धार्मिक-सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण कर देश की आत्मा को जीवंत बनाए रखा। उनके द्वारा काशी, अयोध्या और अन्य तीर्थों का जीर्णोद्धार आज भी प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को उनके योगदान से प्रेरणा लेकर समाज और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। सरकार ऐसे आयोजन कर युवा वर्ग को भारत के सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। अहिल्याबाई का जीवन भारत की सनातन शक्ति का प्रतीक है।
जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर नारी शक्ति की प्रतीक थीं, जिन्होंने समाजसेवा, धर्म रक्षा और जनकल्याण में अतुलनीय योगदान दिया। उनका जीवन दर्शाता है कि महिलाएं सिर्फ परिवार ही नहीं, पूरे राष्ट्र का नेतृत्व करने की क्षमता रखती हैं।
आयोजित प्रदर्शनी में रानी अहिल्याबाई से जुड़ी छवियों, ऐतिहासिक तथ्यों को दर्शाया गया। संगोष्ठी को विधायक रामचन्दर यादव, अमित सिंह चौहान, अभय सिंह, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश मिश्र, जिला प्रभारी मिथिलेश त्रिपाठी ने भी सम्बोधित किया। मौके पर कार्यक्रम संयोजक अशोक कसौंधन, शैलेन्द्र कोरी, तिलकराम मौर्या, काशीराम रावत, राघवेन्द्र पाण्डेय, राम मोहन भारती, उमेश प्रताप सिंह, पवन सिंह, दिनेश वर्मा, फयाराम वर्मा, अशोक मिश्र, देवता पटेल, सरोज मिश्र, प्रतिमा शुक्ला, माया सिंह सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।