अयोध्या। गंगा स्वच्छता पखवाड़ा 2023 के अन्तर्गत जनपद अयोध्या में जिला गंगा समिति द्वारा तीन दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कार्यक्रम के प्रथम व द्वितीय दिवस 27 मार्च व 28 मार्च को कमशः केटी पब्लिक स्कूल, नाकाबाई पारा, अयोध्या तथा कम्पोजिट विद्यालय सहादतगंज, अयोध्या में छात्र-छात्राओं द्वारा जल व पर्यावरण संरक्षण पर आधारित नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से बच्चों द्वारा जल तथा पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाया गया।
29 मार्च को रिकाबगंज चौराहे से गांधी पार्क, अयोध्या तक जन जागरूकता रैली निकाली गयी। नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता एवं सितान्शु पाण्डेय, प्रभागीय वनाधिकारी, वन प्रभाग, अयोध्या/सदस्य संयोजक, जिला गंगा समिति, अयोध्या द्वारा हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली की शुरूआत की गयी। रैली में मनीष सिंह, सदस्य, जिला गंगा समिति/अध्यक्ष, ग्लोबल वार्मिंग कन्ट्रोल ट्रस्ट, रंजीत सोनकर, सदस्य जिला गंगा समिति/पार्षद तथा श्री एस०पी० सिंह, सदस्य जिला गंगा समिति/अध्यक्ष भारतीय उद्योग संगठन, अयोध्या के साथ-साथ गयादत्त राजनारायण जन विकास इण्टर कालेज मीनापुर, माँ यदुमती बालिका इण्टर कालेज मीनापुर प्राथमिक विद्यालय सण्डरी प्राथमिक विद्यालय राम नगर धौरहरा प्रथम, प्राथमिक विद्यालय अवधेश नगर सोहावल तथा प्राथमिक विद्यालय काजीपुर मांझा के बच्चों व अध्यापकों द्वारा भाग लिया गया। जागरूकता रैली के गांधी पार्क में पहुँचने पर जिलाधिकारी/अध्यक्ष जिला गंगा समिति अयोध्या नितीश कमार द्वारा मौलश्री पौध का रोपण किया गया तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें वृक्षारोपण का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में रजनीश गौतम, अधिशासी अभियन्ता, सिंचाई विभाग, अयोध्या/सदस्य जिला गंगा समिति अयोध्या द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। जिला गंगा समिति द्वारा विगत माह विद्यालयों में कराये गये चित्रकला प्रतियोगिता तथा गंगा क्विज प्रतियोगिता में विजयी छात्र-छात्राओं को जिलाधिकारी द्वारा पुरस्कृत किया गया। अन्त में जिला गंगा समिति द्वारा पौध वितरण करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में के0एन0 सुधीर, उप प्रभागीय वनाधिकारी, वन प्रभाग अयोध्या, मो0 इलियास खां, क्षेत्रीय वनाधिकारी अयोध्या रेंज, वीरेन्द्र तिवारी, क्षेत्रीय वनाधिकारी रूदौली रेंज, प्रशिक्षु क्षेत्रीय वनाधिकारी सोनल वर्मा तथा अयोध्या रेंज के स्टॉफ द्वारा सराहनीय योगदान दिया गया।