◆ आदेश को बताया अव्यवहारिक
अयोध्या। ऑन लाइन हाजिरी के विरोध में प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने तिकोनिया पार्क से पैदल मार्च करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर बी एस ए संतोष कुमार राय को ज्ञापन सौंपा। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ऑनलाइन हाजिरी के लिए दिए गए आदेश को अव्यवहारिक बताया है।
इस दौरान संगठन के जिलाध्यक्ष/प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी ने कहा कि आज प्रदेश भर का शिक्षक महानिदेशक के तुगलकी फरमान से आंदोलित है। उन्होंने कहा कि हमारे संगठन ब शासन के बीच शिक्षकों की वर्षो से लंबित मांगो पर वार्ता चल रही थी।लेकिन बिना उसको निस्तारित किये ऑनलाइन हाजिरी का फरमान जारी किया गया जो अव्यवहारिक है और शिक्षक उससे सहमत नही है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्राशिसं ने शासन से शिक्षकों के लिए राज्य कर्मचारियों की भांति 31 उपार्जित अवकाश,12 द्वितीय शनिवार अवकाश,प्रतिकर एवं अध्ययन अवकाश,निःशुल्क चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने,पुरानी पेंशन दिए जाने की मांग की थी लेकिन सरकार ने इन मांगों को अभी तक नही माना है।
जिलमंत्री चक्रवर्ती सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा के सभी अधिकारियों को मुख्यालय पर आवास व सरकारी वाहन दिए गए है। उनके कार्यस्थल तक के रास्ते भी सुगम है। सरकार को पहले ऑनलाइन फेस रिकग्निशन से उनकी व उनके कार्यालय के कर्मचारियों की उपस्थिति लेनी चाहिए जब वहां पायलेट प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन व्यवस्था सफल हो जाये तो वही सुविधाएं शिक्षकों को देकर ऑनलाइन हाजिरी लेनी चाहिए।
जिला कोषाध्यक्ष बीरेंद्र भारती ने कहा कि सरकार व महानिदेशक ने आदेश तो जारी कर दिया लेकिन उसकी व्यवहारिक समस्याओं पर कोई नियमावली नही बनाई। उन्होंने कहा कि शिक्षक सुदूर पचासों किलोमीटर दूर अपने वाहन व अन्य सार्वजनिक वाहनों से विद्यालय जाते है।यदि किन्ही कारण से शिक्षक एक मिनट भी देर से विद्यालय पहुंचा तो वह अनुपस्थित माना जायेगा। उन्होंने कहा कि विभागीय एप सुचारू रूप से काम नही करते शिक्षक दिन भर सूचनाओं के सम्प्रेषण के लिए जूझता है ऐसे में मानसिक तनाव से ग्रस्त रहता है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि जब हमारी मांगे शासन मान लेगा तब हमें ऑनलाइन हाजिरी देने में कोई दिक्कत नही है।
प्राशिसं के जिला प्रवक्ता रामकृष्ण गुप्ता ने बताया कि संगठन ने शिक्षकों की मांग पर चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया है। आंदोलन के पहले चरण में शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी से असहमति जताते हुए हस्ताक्षर अभियान चलाया। उसके बाद सोशल मीडिया के ट्विटर पर 12 लाख ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि यदि शासन व महानिदेशक ने शिक्षकों की समस्याओं पर विचार न किया तो जिले का शिक्षक 23 तारीख को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेगा।
प्रर्दशन में ओमप्रकाश यादव, अविनाश पांडेय, मुकेश सिंह, अभिषेक यादव, महेंद्र यादव, ज्ञान स्वरूप सिंह, संजय सिंह, आरिफ खान, सत्येंद्र गुप्ता, संचराज वर्मा, रविन्द्र गौतम, सीमा सिंह, विद्या यादव, सुजाता चौरसिया, पूजा मौर्या, हरिओम सिंह, भगौती यादव, राजेन्द्र प्रहरी, विनोद सिंह, राजेश कनौजिया, मदन ज्ञान धर दूबे सहित अन्य भारी संख्या मौजूद रहे।