◆ तीन दिसम्बर से शुरु हो जाएंगी विभिन्न प्रकार की लीलाएं
◆ राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद आयोजित विवाह पंचमी को खास बनाने की तैयारी
अयोध्या। मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष विवाह पंचमी छह दिसम्बर को आयोजित सीताराम विवाह महोत्सव की तैयारियां रामनगरी में अंतिम चरण में है। आयोजन के बारें में जानकारी देते हुए रंगमहल रामकोट के पीठाधीस्वर महंत रामशरण दास जी महाराज ने बताया कि एकादशी को मण्डप खड़ा हुआ है। उस दिन से नित्य पूजन चल रहा है। मण्डप की सफाई समेत अन्य तैयारियां चल रही है। मण्डप पूजन तीन तारीख से शुरु हो जाएगा। तीन चार व पांच तारीख में विभिन्न लीलाओं का आयोजन होगा। जिसमें सुबाहू वध, गंगा अवतरण, अहिल्या का उद्धार होगा। इसके बाद लीला जनकपुर होगी। भगवान जनकपुर जाएंगे। फूल तोड़ेंगे, सखियां उनको देखकर प्रभावित हो जाएंगे। फिर उनका निमंत्रण होगा व धनुष यज्ञ की तैयारी होगी।
उन्होंने बताया कि 500 वर्षो के बाद भगवान भव्य व दिव्य मंदिर में विराजमान हुए है। इस बार उनके विवाह में अच्छी तैयारियां की जा रही है। जिससे हमारे दुल्हा सरकार और सुन्दर लगें। अनेको साल से हो रहे विवाह के आयोजन को और भव्य व दिव्य बनाने की तैयारी है। हजारो की संख्या में भक्त इसमें शामिल होंगे। सात से आठ धर्मशालाएं श्रद्धालुओं के लिए बुक हो चुकी है। दीपक सचदेवा राम विवाह के मुख्य यजमान होंगे। कई आचार्य इसमें शामिल होंगे। विवाह के दौरान सभी पारम्परिक आयोजन होंगे।