बसखारी अम्बेडकर नगर। आल इंडिया उल्मा व मशाईख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफ़ी फ़ोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मुहम्मद अशरफ़ किछौछवी ने ख़ानकाहे अशरफ़िया शेखे आज़म सरकारे कलाँ में उर्स मख़्दूम अशरफ़ जहांगीर सिमनानी का आग़ाज़ परचमकुशाई की रस्म अदा करके किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम सब यहाँ उर्स के मौक़े पर इकट्ठा हैं और यहाँ से सबको अमन और भाईचारे का पैग़ाम लेकर जाना है।उन्होंने कहा कि याद रखना चाहिए कि ज़ुल्म कहीं पर भी हो किसी पर भी हो हम किसी क़ीमत पर ज़ालिम के साथ नहीं खड़े हो सकते। हमें मज़लूम के साथ रहना है। इसी का नाम हुसैनियत है।उन्होंने कहा कि ज़ुल्म चाहे फ़िलिस्तीन में इज़रायल के ज़रिये किया जाये या पाराचिनार में पाकिस्तान के ज़रिये ज़ुल्म सिर्फ़ ज़ुल्म है। हम हर हाल में ज़ुल्म के ख़िलाफ़ हैं।सच्ची अक़ीदत दुखियारो की मदद और बग़ैर किसी तरह के भेदभाव रंग नस्ल, मज़हब अमीर गरीब में फर्क न करते हुए किया जाना ही है।परचमकुशाई के बाद दुनिया में अमन के लिए दुआ हुई ख़ास तौर से भारत में बाढ़ और भूस्खलन से परेशान लोगों के लिए दुआ की गई ।