अयोध्या। प्राण प्रतिष्ठा के तीन दिन शेष रह गए है। उनके स्वागत के लिए राम भक्तों में काफी उत्साह है। रामनगरी में एक विशाल दीपक बनाया गया है। दीपक तीर्थो की मिट्टी औऱ जलां से मिलकर बनाया गया। भगवान राम को समर्पित विश्व का 300 फीट सबसे बड़ा दीपक दशरथ 19 जनवरी शाम 6 बजे रामघाट स्थित तुलसी बाड़ी परिसर में प्रज्वलित जाएगा। जिसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। दीपक को तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंसाचार्य औऱ उत्तराधिकारी महंत एकनाथ महाराज व ओजस्वी भारत फाऊंडेशन के सदस्यों द्वारा प्रज्वलित किया जाएगा।
जगतगुरु परमहंसाचार्य ने बताया कि दीपक में सभी तीर्थो का जल, मिट्टी, सातों समुद्रों का जल, देसी गाय का घी, जिसमें गंगा जमुना सरयू का जल सम्मिलित है। 500 कारीगरों द्वारा बनाया गया है। 1 साल से सारी सामग्रियां जुटा गई। उन्होंने कहा दीपक साढ़े सात करोड़ की लागत से तैयार किया गया। जिसका नाम दशरथ दीपक रखा है। इसमें दस हजार लीटर तेल औऱ सवा कुंटल रुई की बत्ती से प्रज्वलित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेपाल सीता माता के मायके से यहां पर 108 टिन तेल का सहयोग मिला है। क्योंकि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा दिवाली है तो विश्व का सबसे बड़ा दीपक जलाया जाए।