जलालपुर अम्बेडकरनगर। सूफी संत हजरत सैयद मीरा मसऊद हमदानी की भियांव स्थित दरगाह पर चल रहे उर्स में विविध धार्मिक आयोजनों की धूम मची हुई है। उर्स में शरीक सभी अकीदतमंद आस्था में डूबे हुए हैं। कार्यक्रमों की कड़ी में शुक्रवार की रात दरगाह आस्ताने पर जश्ने आजमते औलिया का कार्यक्रम हुआ जिस को मशहूर आलिमे दीन मौलाना अबरार अहमद मिस्बाही व जामा मस्जिद भियांव के खतीब व इमाम मौलाना गुलाम यासीन बरकाती ने खिताब किया। हाफिज व कारी सैयद कमाल की तिलावत व मशहूर मंच संचालक अकरम जलालपुरी के संचालन में हुए कार्यक्रम में मौलाना वसीउल्लाह जौनपुरी, हाफिज एजाज अहमद, हाफिज मेहताब,हाफिज मेराज अहमद व सादिक जौनपुरी समेत अन्य ने नात व मनकब्ती शेर पढ़कर खूब वाहवाही लूटी।जबकि उर्स के सब से खास दिन शनिवार को प्रातः सज्जादा नशीन सैय्यद शमीम अहमद चिश्ती मसूदी के नेतृत्व में नीर शरीफ व केवड़े व गुलाबजल से मजार खास समेत अन्य मजारों का गुस्ल सम्पन्न हुआ जिस में मिट्टी के घड़े में पानी लिए हजारो अकीदतमंदों के अलावा खानवादे के लोगों ने हिस्सा लिया। इसी दिन दोपहर में बमुकाम लहदखाना से फातेहा के बाद संदल व चादर का जुलूस निकला इस अवसर पर सज्जादानशीन सैयद शमीम अहमद ने ख़िरका पोशी की और सैकड़ो साल पुराने तबुरकात की ज्यारत करायी जिसे चूमने व देखने के लिए श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा जुलूस पूरी शानशौकत से अपनी कदीमी गलियों से होता हुआ शाम में दरगाह पर चादरपोशी के साथ सम्पन्न हुआ और गागर भरने की रस्म के साथ कुल शरीफ में खास दुवाएं की गयीं। उर्स में सीओ जलालपुर देवेंद्र कुमार,एसओ कटका व चौकी रफीगंज इंचार्ज विनोद यादव समेत भारी पुलिस बल सुरक्षा की कमान संभाले रहे। मेडिकल कैम्प,पानी की टँकी,मोबाइल शौचालय, रैन बसेरा समेत अन्य बुनियादी सुविधाएं नदारद रहीं जिस से जायरीनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।