अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग में छात्र-छात्राओं के लिए एक सप्ताह का पर्सनालिटी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम में कुल 50 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जिसमें गुरुनानक गर्ल्स पीजी कालेज, बीएनएस पीजी कॉलेज, संत भीखदास पीजी कॉलेज, भगवान बक्स सिंह पीजी कॉलेज के साथ परिसर के कई विभागों के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि चार्टड एकाउंटेंट, इंदौर, के घनश्याम सिंह ने छात्र-छात्राओं के बीच अपने इंडस्ट्री के अनुभवों को साझा किया। कहा कि इंडस्ट्री में आने के लिए स्किल का होना बहुत जरूरी है। इसके लिए अपने आपको तैयार रखना होगा। उन्होंने कहा कि पर्सनालिटी डेवलपमेंट आत्मविश्वास को मजबूत करता है। इससे टीम भावना विकसित होगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभागाध्यक्ष प्रो. हिमांशु शेखर सिंह ने एक सप्ताह के कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कहा कि इस तरह के कोर्स आपके जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने डब्लूएचओ द्वारा जारी लाइफ स्किल के महत्व को उदाहरण देकर विस्तार से छात्र-छात्राओं को समझाया। उन्होंने बताया कि कैसे इसका उपयोग अपने जीवन में करके उच्च पदों पर आसीन हो सकते हैं।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो जसवंत सिंह ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आपके जीवन में स्किल महत्त्वपूर्ण रोल प्ले करती है। अगर स्किल्ड होंगे तो आपकी माँग सब जगह होगी। इसलिए इस तरह के कार्यक्रम में बढ़चढ़ हिस्सा लें और जो भी सीखें उसे अपने जीवन में उपयोग में लाये। उन्होंने कहा कि यदि आपमें पर्सनालिटी डेवेलप होगा तो अब किसी भी समस्या को दूर कर सकते हैं। इसके लिए प्रतिदिन सीखना होगा तभी आप जीवन में सफल व्यक्ति बन सकते हैं।
कार्यक्रम में प्रो. नीलम पाठक ने छात्रों से कहा कि पर्सनालिटी का उपयोग हर जगह होता। आप एक दिन में पर्सनालिटी डेवेलप कर सकते हैं। इसके लिए रोज सीखकर अपने व्यक्तित्व में विकास करना होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शैलेन्द्र कुमार वर्मा ने दिया। इस अवसर पर डॉ. राकेश कुमार, डॉ. श्रीष अस्थाना, डॉ. निमिष मिश्रा, डॉ. आशुतोष पांडेय, डॉ. आशीष पटेल, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. अनिता मिश्रा, डॉ. रविन्द्र भारद्वाज, डॉ. विवेक उपाध्याय, डॉ. प्रवीन राय, डॉ. महेन्द्र पाल सिंह, डॉ. रामजीत सिंह यादव के साथ बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं मौजूद रहे।