◆ कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर 72 घंटे का बहिष्कार, शक्ति भवन पर भी दिया गया सत्याग्रह
अंबेडकर नगर। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और उसके सहयोगी निगमों द्वारा आउटसोर्स बिजली कर्मचारियों की समस्याओं की अनदेखी के विरोध में सोमवार रात 12 बजे से जिले में 72 घंटे का कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया गया है। कार्य बहिष्कार के चलते शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति कुछ हद तक प्रभावित हुई।
आउटसोर्स कर्मचारी संघ की ओर से बताया गया कि लंबे समय से कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर विभागीय प्रबंधन से लगातार वार्ता की कोशिश की जा रही है, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक समाधान नहीं निकल पाया। प्रमुख मांगों में 45 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी को तत्काल रोके जाने, 55 वर्ष की उम्र के आधार पर हटाए गए कर्मचारियों को पुनः कार्य पर रखने, कार्य के अनुरूप अनुबंध तय करने, वेतन भुगतान में भेदभाव खत्म करने और मार्च 2023 में हटाए गए कर्मचारियों को वापस लेने की मांग प्रमुख है।
संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि हटाए गए कर्मचारियों के बकाया वेतन का अब तक भुगतान नहीं हुआ है, ईपीएफ घोटाले की जांच नहीं कराई जा रही है और घायल कर्मचारियों का कैशलेस इलाज भी सुनिश्चित नहीं किया गया है। इसी के विरोध में 15 मई को शक्ति भवन लखनऊ पर सत्याग्रह किया गया था, लेकिन प्रबंधन ने मांगों पर ध्यान नहीं दिया।
इस स्थिति को देखते हुए संघ ने 20 मई की रात्रि 12 बजे से 72 घंटे के कार्य बहिष्कार की घोषणा की, जो फिलहाल जारी है। कार्य बहिष्कार का असर जनपद के विभिन्न हिस्सों में साफ देखा जा सकता है।
आउटसोर्स कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। वहीं, बिजली विभाग के अधिकारियों ने भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं और वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं।