अंबेडकर नगर। बीएनकेबी महाविद्यालय अकबरपुर में जी 20 आयोजक होने के उपलक्ष्य में ‘सतत विकास और आत्मनिर्भर भारत अभियान’ विषय पर संगोष्ठी आयोजित किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट वक्ता के रूप में अर्थशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य धनंजय मौर्य उपस्थित रहे।
अपने उद्बोधन में धनंजय मौर्य ने कहा कि सतत विकास के लिए सामाजिक मूल्य पर भी ध्यान देना होगा जरूरी है की प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर विकास करे अपनी आवश्यकता की पूर्ति करते समय पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों का सीमित मात्रा में उपयोग करें । ऐसे विकास जो वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं की पूर्ति इस प्रकार से करता है कि भावी पीढ़ी को अपनी आवश्यकताएँ पूरी करने के लिये किसी प्रकार का समझौता न करना पड़े, इसे सतत विकास या धारणीय विकास कहा जाता है। इस सतत विकास को हासिल करने के लिये वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र में महत्त्वाकांक्षी ‘सतत विकास लक्ष्य’ प्रस्तुत किये गए। इनमें 17 गोल एवं 169 लक्ष्य निर्धारित किये गए हैं जो वर्ष 2016-2030 तक के लिये लक्षित है।
हिंदी विभाग के सहायक आचार्य अमित ने कविता के माध्यम से छात्र छात्राओं के बीच सतत विकास पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम का संयोजन भूगोल विभाग के डा रवि कुमार ने किया इस अवसर पर सहायक आचार्य अंचल चौरसिया, सुमित्रा पटेल , सूर्यनाथ मौर्य ,कमल त्रिपाठी, मो सलमान और मनोज श्रीवास्तव सहित महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण, कर्मचारीगण, एन. सी. सी. के कैडेट, एन. एस. एस. के स्वयंसेवक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।