◆ ऐसे में एक बार फिर भाजपा के सामने मुखर हो सकते हैं विरोध के स्वर
@ सुभाष गुप्ता
अंबेडकर नगर। मंडल अध्यक्षों की बहुप्रतीक्षित सूची जारी करने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में मुखर हुए विरोध के स्वर को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष की ताजपोसी को लेकर काफी सजग स्थित में है। जिला अध्यक्ष पद के लिए कुल 55 लोगों ने अपना नामांकन किया है। जाहिर सी बात है एक व्यक्ति के अलावा शेष 54 लोगों के खाते में मायूसी ही जाएगी, जो एक बार फिर भाजपा चुनाव संगठन के चुनाव अधिकारी बनाए गए लोगों के ऊपर मंडल अध्यक्षों की ताजपोसी की तरह आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू करेंगे या करवाएंगे। जबकि आरोपो ,प्रत्यारोपो का जवाब देने के लिए भाजपा संगठन के चुनावी पैनल में शामिल सदस्य भाजपा संगठन चुनाव के नियमों का अवलोकन करना भी शुरू कर दिए होंगे। चर्चा है कि 20 जनवरी के पहले भाजपा को नए कार्यकाल का जिला अध्यक्ष मिल जाएगा। फिलहाल यदि हम जिला अध्यक्ष पद पर होने वाले 55 नामांकनों की चर्चा करें तो उसमें सबसे प्रबल दावेदारों में त्रांबक तिवारी, डा मिथिलेश त्रिपाठी, श्याम बाबू गुप्ता, कपिल देव वर्मा, डॉ रजनीश सिंह, राणा रणधीर सिंह, रामसूरत मौर्य , सुमन पाण्डेय सहित कई अन्य नाम प्रमुख है जो जिला अध्यक्ष बनने के लिए उत्सुक है।वही सूत्रों की माने तो ज्यादातर जिलो पर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्षों को पुनः जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना जताई जा रही हैं। यदि यही संभावना जनपद के लिए भी लागू हुई तो त्र्यंबक तिवारी एक बार फिर भाजपा जिला अध्यक्ष बन सकते हैं। हालांकि मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति में अनियमिता का आरोप लगाते हुए जिस तरह भाजपा के कुछ कार्य कर्ताओं ने भाजपा चुनाव अधिकारी के साथ जिला अध्यक्ष त्रंयवक तिवारी को निशाने पर लिया था,उससे वर्तमान जिला अध्यक्ष की दावेदारी थोड़ी सी कमजोर हुई है। वहीं दूसरे नंबर पर जिला अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार डॉक्टर मिथिलेश त्रिपाठी भी है। जो एक बार जनपद के भाजपा जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वही श्याम बाबू गुप्ता एवं डॉक्टर रजनीश भी जिला अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार बताए जाते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में टांडा से संजू देवी का टिकट कटने के बाद भाजपा के मूल वोटर वैश्य समाज को खुश करने के लिए श्याम बाबू गुप्ता को जिला अध्यक्ष बनने की चर्चा जोरों पर थी। लेकिन पिछली बार भी उन्हें मायूसी ही हाथ लगी थी। जबकि यही हाल डॉक्टर रजनीश सिंह का भी था वह जलालपुर सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए प्रयासरत थे और टिकट न मिलने पर उन्हें भी संगठन में अहम जिम्मेदारी मिलने की संभावना जताई जा रही थी। जबकि कपिल देव वर्मा भाजपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे। इस कारण उन्होंने पिछली बार अपनी दावेदारी नहीं जताई थी लेकिन इस बार कपिल देव वर्मा भी जिला अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। दो बार भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं में चर्चा है कि दो बार जिला अध्यक्ष बन चुके लोग पुन:जिला अध्यक्ष नहीं बन पाएंगे। जबकि भाजपा चुनाव समिति में शामिल एक सदस्य की माने तो लगातार दो बार जिला अध्यक्ष बनने वालों के लिए ही यह नियम लागू है। तो कपिल देव वर्मा भी लगातार दो बार जिला अध्यक्ष नहीं बने हैं। इसलिए इनकी भी देवदारी प्रबल मानी जा रही है। जबकि विमलेन्द्र प्रताप सिंह ( मोनू), रणधीर सिंह ,सुमन पांडे,रामसूरत मौर्या सहित कुल 55 नाम जिले से भाजपा जिला अध्यक्ष बनने की सूची में शामिल है। जिनके अपने-अपने कुछ समर्थक उन सभी की दावेदारी को मजबूत करने के लिए सोशल मीडिया पर दावा ठोक रहे हैं। किसके दावो पर लगेगी मोहर और कौन होगा मायूस यह भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश एवं शीर्ष नेतृत्व के द्वारा जिला अध्यक्ष की सूची जारी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।