बसखारी अंबेडकर नगर। हंसवर थाना क्षेत्र के नरकटा बैरागीपुर गांव में बीते गुरुवार की देर शाम एक तरफा प्रेम में युवती की गोली मारकर हत्या करने के बाद एक हत्यारोपी अंधेरे में विद्युत ट्रांसफार्मर को पकड़कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। पुलिस ने देर रात को ही झुलसे अवस्था में हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है। जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। हत्यारोपी के गंभीर अवस्था के चलते पुलिस ने अभी तक हत्या में प्रयुक्त असलहा नहीं बरामद कर सकी है। शुक्रवार को मृतका के पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने महादेवा घाट पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। एक दी। हंसवर थाना क्षेत्र के नरकटा बैरागीपुर निवासिनी दीपांजलि (20) पुत्री पारसनाथ मौर्य बीएससी की छात्रा थी। बताया जाता है कि गांव के ही संदीप यादव पुत्र अमरनाथ यादव युवती से एक तरफा प्रेम करता था। जिससे वह युवती से चोरी छुपे जबरदस्ती बात करना चाहता था। लेकिन युवती उसको भाव देने के बजाय फटकार देती थी। इसी बात से संदीप काफी आहत हो गया था। इधर दीपांजलि के परिवार से पड़ोसी खुशीराम पुत्र दीपचंद मौर्य भी किसी विवाद को लेकर खार खाए बैठा था। गुरुवार देर शाम को दीपांजलि अपने घर के पास में ही रोज की तरह अपने भतीजे अयान(4) के साथ दूध लेने के लिए जा रही थी कि खुशीराम के घर के पास पहुंचते ही घात लगाकर बैठे संदीप व खुशीराम ने अंधेरे का फायदा उठाकर असलहे से दीपांजलि के कनपटी पर सटाकर गोली मारकर मौके से दोनों आरोपी फरार हो गये। गोली लगते ही दीपांजलि खून से लथपथ होकर मौके पर ही गिरकर छटपटाने लगी। गोली की आवाज सुनते ही आसपास तथा घर वाले भी मौके पर पहुंचे तो दीपांजलि की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। गोली चलने की सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र बहादुर सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये तथा उच्च अधिकारियों को सूचना देकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार, एएसपी विशाल पांडेय व सीओ टांडा शुभम कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण कर तत्काल आरोपियों के गिरफ्तारी के निर्देश दिया तथा मृतका के परिजनों से मिलकर आवश्यक जानकारी लेकर संवेदना व्यक्त कर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने मृतका के पिता के प्रार्थना पत्र पर संदीप व खुशीराम के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा पंजीकृत कर लिया।
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने घटनास्थल के निरीक्षण के दौरान आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए चार टीमों का गठन किया। स्वाट टीम के साथ सर्विलांस सेल , प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र बहादुर सिंह व कोतवाल टांडा दीपक रघुवंशी को निर्देशित किया। पुलिस ने पूरी रात नरकटा गांव को छावनी में तब्दील कर दिया था। लेकिन घटना होने के बाद से ही गांव के ज्यादातर युवा घर छोड़कर पलायन कर चुके थे। शुक्रवार सुबह प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र बहादुर,एस एस आई विजय सोनी ने पुलिस टीम के साथ जैनूद्दीनपुर नहर के पास से संदीप यादव को झुलसे अवस्था में गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान संदीप ने बताया कि ट्रांसफार्मर की चपेट में आने से वह झुलस गया है। पुलिस ने तत्काल आरोपी संदीप को सीएचसी बसखारी पहुंचाया जहां से चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इस संबंध सीओ टांडा शुभम कुमार ने बताया कि एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। संभवतः युवती की हत्या के बाद आरोपी आत्महत्या के इरादे से ट्रांसफार्मर के पास पहुंच गया था। प्रकरण की जांच की जा रही है। दूसरे फरार आरोपी के गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
युवती की हत्या से 10 दिन बाद होने वाली भाई की शादी की खुशियां मातम में तब्दील हो गयी। दीपांजलि पांच भाई बहनों में सबसे छोटी थी। जिसमें दो भाइयों शेषमणि व देवमणि तथा बहन पूजा की शादी हो चुकी है। तथा छोटे भाई सूर्यमणि की आगामी 30 अप्रैल को शादी तय थी। घर में शादी की तैयारियों को लेकर खुशियों का माहौल चल रहा था। लेकिन दीपांजलि की हत्या से खुशियां मातम में तब्दील हो गयी है। माता-पिता के साथ भाई बहनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को घर ले जाने के बजाय महादेवा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया।
दीपांजलि स्वामी विवेकानंद नारायनपुर प्रीतमपुर में बीएससी की छात्रा थी। बताया जाता है कि संदीप, दीपांजलि के ऊपर बुरी नीयत रखता था। जिसके चलते संदीप दीपांजलि को छेड़ने के लिए मौके के तलाश में रहता था। बताया जाता है कि लगभग दो माह पूर्व दीपांजलि कालेज से घर लौट रही थी। कि मुंडेरा के पास संदीप ने दीपांजलि के साथ छेड़खानी करने लगा था। हालांकि दीपांजलि घर पहुंचकर घटना के बारे में परिजनों को जानकारी दी तो परिजनों ने लोक राज के डर से कहीं शिकायत नहीं की। बल्कि दीपांजलि का अकेले कालेज जाना ही बंद कर दिया।