अम्बेडकर नगर। घर बैठकर वेतन लेने व काम में लापरवाही बरतने वाले कुछ आउटसोर्सिंग कर्मचारियों पर जब नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा ने शिकंजा कसना शुरू किया तो कई कर्मचारियो ने गुरुवार को नगर पंचायत कार्यालय पर पहुंच कर आगे का काम करने के लिए नगरपंचायत में तैनात कर्मचारी के द्वारा 30 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दिया। हालांकि नगर पंचायत कार्यालय ने रूपया मांगने की बात से इंकार करते हुए कहा कि जिन कर्मचारियों के काम में शिथिलता पायी जायेगी या जो ड्यूटी पर नहीं आयेंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। वहीं चर्चा है कि कुछ सफाई कर्मचारियों का नाम कागजों में अंकित है और वह बाहर या कोई अन्य कार्य कर सिर्फ वेतन लेने का काम करते थे। लेकिन जब से नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा की कमान ओमकर गुप्ता के हाथों में आयी है। तब से सभी सफाई कर्मचारियों के ऊपर नगर पंचायत ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया। जो इन सफ़ाई कर्मचारियों को नागवार लग रहा है।जिस पर नगर पंचायत कार्यालय पर दबाव बनाने के लिए कुछ सफाई कर्मचारी रुपया मांगने का आरोप लगाते हुए कार्यालय पर पहुंच गए। वहीं इस मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता ने प्रकरण में जांच करा कर दोषियों को ना बख्शने की बात कहते हुए कहा कि ड्यूटी छोड़ कर यदि कोई कर्मचारी बाहर रहता है या फिर ड्यूटी टाइम में दूसरा काम करता है या अपने काम के प्रति वफादार नहीं रहता तो उसके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।आपने नौकरी किया है तो काम भी करना पड़ेगा। वहीं चर्चा है की नाममात्र कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई पर तीन दर्जन से अधिक आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का धरना और नारे बाजी करना किसी राजनीतिक कुचक्र का हिस्सा तो नहीं है। वहीं इस प्रकरण में अधिशासी अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में है, जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।