अंबेडकरनगर। परवर दिगार हमेशा से था, है और हमेशा रहेगा यही वास्तविकता है। जमाना तीन हालतों से खाली नहीं है बल्कि यह भूतकाल, वर्तमान और भविष्य को अपने भीतर समेटे हुए है।
उक्त विचार मौलाना मोहम्मद अब्बास रिजवी ने बड़ा इमामबाड़ा मीरानपुर में व्यक्त किया। वे शावेज हसन व ईशान हैदर की ओर से मरहूम वाहिद हुसैन उर्फ जमशेद इब्ने जवाद हुसैन प्यारे के पुण्य हेतु आयोजित मजलिस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि सम्पूर्ण सृष्टि की रचना जिस ईश्वर ने किया वही ईश्वर एक समय ऐसा आएगा जब महाप्रलय के दिन सब कुछ खत्म कर देगा। अल्लाह तआला का कोई भी कार्य बेमकसद नहीं है लिहाजा दुनिया बनाने के पीछे भी उद्देश्य छुपा हुआ है। कलाम-ए-इलाही है कि इंसान को पैदा किया तो इबादत के लिए। उससे पहले महफूज अली अकबरपुरी ने पेशखानी करते हुए कहा ये मोजिजा तो देखिए जहरा के लाल का, हर कौम कह रही है हमारे हुसैन हैं। जबकि कटघर कमाल के अनवर हुसैन ने अपनी अकीदत का बयां कुछ इस प्रकार किया हम तो बस बिछाते हैं फर्शे मजलिसे मौला, ग़ैब से मेरे मौला इंतेज़ाम करते हैं।