- कुमारगंज विश्वविद्यालय के आयोजित राज्य स्तररीय किसान मेले का कैबिनेट मंत्रीह संजय निषाद ने किया समापन
अयोध्या। कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद ने आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में चलने वाले दो दिवसीय राज्यस्तरीय किसान मेला एवं उद्योग प्रदर्शनी का शनिवार को समापन मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरकत किया। किसान मेले के समापन के अवसर पर पहुंचे मत्स्य मंत्री डा. संजय निषाद को बुके एवं स्मृति चिह्न भेंटकर कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक प्रो. ए.पी राव के नेतृत्व में मोटे अनाज एवं किसान विज्ञान संचारिका पत्रिका का मत्स्य मंत्री ने विमोचन किया।
किसान मेले को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य़अतिथि मत्स्य मंत्री डा. संजय निषाद ने कहा कि किसान इस देश के लिए मसीहा हैं। किसानों को ईमानदार की उपाधि दी गई और इसीलिए इसीलिए इन्हे धरती पुत्र कहा गया है। किसानों को ग्राम, ब्लाक एवं पंचायत स्तर तक जागरूक करने की आवश्यकता है। मंत्री निषाद ने कहा कि मछली पालन में सबसे अधिक मुनाफा है और लागत भी कम लगती है। किसान भाई मछली पालन करके अपनी आय को भी बढ़ा सकते हैं। मत्स्य मंत्री ने मोटा अनाज पर जोर देते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है और यह सुगर से भी बचाता है। उन्होंने कहा कि किसान भाई अधिक मात्रा में मोटे अनाज की खेती करें। मोटे अनाज की खेती में सबसे अधिक मुनाफा है। उन्होंने कहा कि पैसे को बैंक में रखने से कोई लाभ नहीं बल्कि उसको मछली पालन में लगाएं। किसानों के लिए भंडारण की व्यस्था करनी होगी जिससे की वे समय-समय पर अपने अनाजों का विक्रय कर सकें और इससे उनको अधिक मुनाफा होगा। उन्होंने कहा की अगर किसान आधुनिक तरीके से खेती करे तो वो विश्व का सबसे अमीर व्यक्ति बन सकता है। पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने किसानों से वोट लेने का काम किया है लेकिन उनके हित में कोई भी काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी और प्रदेश में योगी की सरकार हमेशा किसानों के हित में खड़ी है।
मेले की अध्यक्षता कर रहे कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय सुगर फ्री धान पर अनुसंधान करने जा रहा है जो सबके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि विवि में बने हास्टल व आवासों के गंदे पानी को रिसाइकिल करके मछली पालन किया जा रहा है। विवि के अंदर 16 तालाब हैं जिसमें बरसात के पानी का संरक्षण कर मछली पालने का काम भी किया जा रहा है। कुलपति ने कहा कि बिजली द्वारा निकाले गए पानी से मछली का पालन नहीं करें बल्कि प्राकृतिक तरीके से मछली का पालन करने पर जोर दें। राज्य सरकार के माध्यम से वर्ड बैंक बच्चों को सुविधा मुहैया कराएगा। आंवला व बेल को लेकर विवि का नाम पूरे देश में प्रचलित है।
किसान मेले में लगभग 80 स्टाल लगाए गए थे। किसान मेले में लगभग 12 हजार किसानों ने पहुंचकर कृषि उत्पादों का अवलोकन किया। मंत्री ने 30 प्रगगिशील किसानों के साथ-साथ 55 स्टाल लगाने वालों को भी सम्मानित किया। किसान मेले के मुख्य आयोजक निदेशक प्रसार प्रो.ए.पी.राव एवं सह आयोजक डा. आर.आर सिंह रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. शैलेश सिंह ने किया। किसान मेले के आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रूप से निदेशक प्रसार के अमन यादव, डा. अनिल कुमार, उमेश पाठक, अमरनाथ सिंह, कुमारी प्रकाशिनी, सुरुचि सिंह, पल्लवी पांडेय, उमाशंकर पांडेय सहित गठित की गई 24 कमेटी के सदस्यों टीम का योगदान सराहनीय रहा।