अंबेडकर नगर। निपुण भारत कार्यक्रम के जन आंदोलन का व्यापक कार्यक्रम बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा डीबीटी के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के बैंक खातों में धन हस्तांतरित किया गया जिसका सजीव प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। इसके साथ ही नवीन उच्चीकृत कस्तूरबा गांधी विद्यालय अकबरपुर का लोकार्पण भी वर्चुअल रूप से मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। उक्त वर्चुअल प्रसारण कार्यक्रम में एमएलसी हरिओम पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर वर्मा ,भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ मिथिलेश त्रिपाठी , जिलाधिकारी अविनाश सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन की उपस्थिति रही। जिलाधिकारी अविनाश सिंह जी एवं एमएलसी डा0 हरिओम पांडे जी ने अपने संबोधन में कहा जिस उद्देश्य से डीबीटी प्रणाली के माध्यम से अभिभावकों के खाते में धन हस्तांतरित किया गया है, उस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अभिभावकों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी तथा प्रधानाध्यापकों को अभिभावकों की बैठक कर डीबीटी प्रणाली के माध्यम से स्थानांतरित धन किस मद में खर्च होना है जैसे दो जोड़ी यूनिफॉर्म, स्कूल बैग, जूते ,मोजे, स्टेशनरी, स्वेटर आदि के बारे में उन्हें बता दिया जाए जिससे इस सत्र में सभी छात्र यूनिफॉर्म में विद्यालय आएं निपुण भारत मिशन कार्यक्रम में जनपद में चल रहे कार्यक्रम को जन जन तक पहुंचाते हुए छात्रों को निपुण बनाना सभी की जिम्मेदारी है। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी ,एमएलसी जी द्वारा विकासखंड जलालपुर के पांच ग्रामप्रधानों अमित कुमार गौड़ लाभापार,नरेंद्र देव अशरफ पुर भुआ , श्रीमती सुशीला केसरी मंगुराडीला, जेठू राम कालेपुर महुवर,अफसाना बानो काजपुरा को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया।जिनके द्वारा कायाकल्प के अंतर्गत 19 पैरामीटर के संतृप्ति करण का कार्य पूर्ण कर परिषदीय विद्यालयों पर विशेष ध्यान दें रहे हैं।एवं विकासखंड कटेहरी के परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत अर्चना ,श्रेयश आनंद, नंदिनी,शिव बालक एवं मीनाक्षी सहित निपुण छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया ।वर्चुअल प्रसारण कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी जलालपुर कमल प्रकाश सिंह, जिला समन्वयक प्रशिक्षण सुरेश कुमार तिवारी,जिला समन्वयक एमआईएस विपुल कुमार सिंह, जिला समन्वयक निर्माण विकास चौधरी आदि कार्यालय के कर्मचारी गण उपस्थित रहे। उपस्थित विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्षों से यह अपील भी की कि डीबीटी से प्राप्त धनराशि का समय अंतर्गत और समुचित उपयोग किया जाए।