अम्बेडकर नगर। भारत को क्रांतिकारी कानूनों और आर्थिक सुधारों से विश्व की अग्रिम पंक्ति में ला खड़ा करनेवाले पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर कर मोदी सरकार ने जहां कल उनका घोर अपमान किया था आज वहीं राष्ट्रीय शोक के दौरान अपने मन की बात कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुनः उनका अपमान किया। उप्र कांग्रेस सदस्य और जिला कांग्रेस मीडिया प्रभारी डा विजय शंकर तिवारी ने कहा कि कांग्रेस इसकी घोर निन्दा करती है यह 142 करोड़ देशवासियों की भावनाओं का अपमान के साथ ही राष्ट्रीय शोक की घोषणा का उल्लंघन और राष्ट्रविरोधी कृत्य है क्योंकि मन की बात कार्यक्रम निजी आयोजन नहीं सार्वजनिक कार्यक्रम है।
उप्र कांग्रेस सदस्य डा विजय शंकर तिवारी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से पत्र लिखकर और फोन पर बात कर अनुरोध किया था कि देश को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले भारत के सपूत पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार वहीं किया जाय जहां उनका स्मारक बन सके इसके लिए कांग्रेस राजघाट और शक्ति स्थल की सहमति देते हुए तैयार थी लेकिन मोदी सरकार के गृह मंत्रालय ने रात नौ बजे के बाद निगम बोध घाट का फरमान जारी कर और राष्ट्रीय शोक की बेला में मन की बात का आयोजन कर ना केवल गरीबों और दलितों के मसीहा ही नहीं पूरे देश का अपमान किया है जिसके लिए देश उन्हें क्षमा नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और भाजपा ने गरीब परिवार से आनेवाले पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने की महज औपचारिकता निभाई निगम बोध घाट और मन की बात का आयोजन इसका ज्वलंत उदाहरण है।
कांग्रेस मीडिया प्रभारी डा विजय शंकर तिवारी ने कहा कि कांग्रेस ने एक बेहद गरीब और दलित सिक्ख परिवार से आनेवाले महान बौद्धिक प्रशासनिक क्षमता के धनी महान अर्थशास्त्री डा मनमोहन सिंह को देश का प्रधानमंत्री बनाया। 1971 से ही सामाजिक और वैश्विक क्षितिज पर चमक रहे गौरवशाली महान अर्थशास्त्री, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, महान वित्त मंत्री और 21 वीं सदी के विश्व के महान राजनेता डा मनमोहन सिंह के अपमान के लिए 142 करोड़ देशवासी भाजपा और मोदी सरकार को कभी क्षमा नहीं करेंगे और काले अध्याय के रूप में याद रखेंगे।