अयोध्या। पिछले साल की तरह इस साल भी सामाजिक सरोकार की संस्था “राह“ के ज़ेरे एहतमाम “शाम ए ईद“ के उनवान से भाई चारे और प्यार ओ मोहब्बत के नाम एक शाम नहर बाग में 14 अप्रैल को सरे शाम सजाई गई। साकेत पी.जी. कालेज अयोध्या के डा. मिर्जा साहब शाह की सदारत, शायर मुजम्मिल फ़िदा की निज़ामत, मो. नूरैन भाई के इस्तकबालिया और एक्टिविस्ट मो. दानिश भाई के शुक्रिया के कलिमात और टीम “राह“ के ज़ीशान सिद्दीकी व मो. आतिफ़ के संयोजन में शहर के सैकड़ो ख़ास ओ आम लोगों ने ईद की सिवईयों के साथ अपनी शानदार शिरकत से “शाम ए ईद“ मिलन प्रोग्राम को अजीमुश्शान बना दिया।
इस मौके पर जिन दर्जनों शायर कवियों ने मोबबत नामे पेश किए उनमें ज़ेरे ज़िक्र हैं, प्रोफेसर मुशर्फ अली सुलतान अलीग, इंजी. इलियास रुदौलवी, एड. इल्तिफ़ात माहिर, लक्ष्य द्वीप शर्मा लक्ष्य, मुजम्मिल फ़िदा, सरदार जसवंत सिंह अरोड़ा, डा. विशाल श्रीवास्तव, मास्टर मो. शफीक, जे. पी. श्रीवास्तव पूनम, बौद्ध राम दुलारे यादव, कामरेड अखिलेश सिंह, एड. राजीव श्रीवास्तव, और भाई सूरज । शहर के काबिले जिक्र लोगों में फैज़ाबाद की आवाज़ के सरबराह सुरेश पाठक, एड मो. एखलाक सिद्धीकी, कारी मो. अवेश, एड. नसीम खान, एड. खालिद खान, एड. मो. मुश्ताक, एड .प्रमोद तिवारी, एड. महेंद्र सिंह, एड. केदार यादव, एड. श्यामधर कोरी, कामरेड सत्यभान सिंह जनवादी, आर्टिस्ट रेहान खान, सुधाकर दयाल मैसी, ताज मोहम्मद मुन्ना, प्रधान अजमुद्दीन, मो. ज़ियाउद्दीन, मास्टर राम अनुज, मो. शमशुद्दीन, गौरव भाई, मेहमूद उस्मानी, मो . अपील बबलू, फार्ब्स फिरेंड ग्रुप के मास्टर जावेद अंसारी, मो. गुलज़ार खान, जमाल नईम, मो. नाजिम अंसारी, डा.फजलुर्रहमान खान, मो. फरीद, मो. नसीम और मो. मेराज खान, मौजूद रहे। आखिर में राह की तरफ़ से एक खुशबू पैक के जरिए मेहमानों का सम्मान किया गया