अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा फाईन आर्ट्स विभाग के संयुक्त तत्वावधान में चल रही राष्ट्रीय कार्यशाला ”अवध की कलात्मक धरोहर” के दूसरे दिन बुधवार को छात्र-छात्राओं ने कौटिल्य आर्ट गैलरी के लिए संस्थापन (इंस्टालेशन) आर्ट तथा कैनवास पर रेखाकंन का निर्माण किया गया।
कार्यशाला की संयोजिका विभाग की सहायक आचार्य डॉ0 सरिता द्विवेदी ने बताया कि यह इंस्टालेशन आर्ट् विभागीय छात्र-छात्राओं द्वारा 15 गुणे 15 फिट के स्थान के लिए बनाया जा रहा है, जिसमें स्टील की चादर से पक्षियों के उड़ते हुए आकार को काटकर संस्थापन कला के लिए तैयार किया जा रहा है। ये पंक्षी विश्वविद्यालय के प्रगति एवं विकास का प्रतीक होंगे।
कार्यशाला की आयोजन सचिव विभाग की सहायक आचार्य रीमा सिंह ने छात्र-छात्राओं को कैनवास पर रेखाकंन तकनीक को बताते हुए अवध के ऐतिहासिक स्थानों का रेखा चित्रण तैयार करवाया। ललित कला विभाग के समन्वयक प्रो0 विनोद श्रीवास्तव ने बताया कि फाईन आर्ट्स विभाग के 140 छात्र-छात्राएं कौटिल्य आर्ट गैलरी के लिए अपनी कला क्षमता का प्रदर्शन कर रहें है। जिसमें प्रमुख रूप से मोनिका, अंजली, जाहन्वी, आकांक्षा, शालिनी, विमल, कविता, रूपाली, शैश्वी, नैन्सी, वरूण, उज़मा, सुमन, आकर्ष, अमिता, अंशू, अपूर्वा, आयुषी, प्रिया, सौम्या ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला में प्रो0 आशुतोष सिन्हा, डॉ0 अलका श्रीवास्तव, रीमा सिंह, सरिता सिंह, आशीष प्रजापति, गैर शैक्षणिक कर्मचारीगण दिलीप पाल, हीरा यादव, शिव शंकर यादव, विजय शुक्ला एवं किस्मता सहित अन्य छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।