अंबेडकर नगर। समग्र शिक्षा उत्तर प्रदेश द्वारा टीचर एजुकेशन योजनान्तर्गत सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत सोमवार को डायट में जीवन कौशल प्रशिक्षण, गणित उपचारात्मक और हिंदी उपचारात्मक प्रशिक्षण का शुभारंभ उप शिक्षा निदेशक मनोज कुमार गिरि के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। अपने उदबोधन में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफ) 2005 ने रचनात्मक सीखने के अनुभवों और पूछताछ-आधारित दृष्टिकोण, काम से संबंधित ज्ञान और व्यापक जीवन कौशल के विकास पर जोर दिया है। यह पाठ्यचर्या में ‘शांति शिक्षा’ को एकीकृत करने की सिफारिश करता है ताकि नैतिक विकास को पोषित किया जा सके। वर्तमान समय में यह अत्यन्त आवश्यक हो जाता है कि प्रत्येक छात्र दैनिक जीवन में सामान्य जोड़, घटाव, गुणा, भाग कर सकें, पढ़ना लिखना सीख सके ताकि निपुण प्रदेश बनाये जाने हेतु जो लक्ष्य निर्धारित किये गये है वो तय समय में प्राप्त किया जा सकें।
प्रशिक्षण प्रभारी वीना चौधरी ने बताया कि प्रशिक्षण वह प्रयत्न होता है जिसके द्वारा कर्ता अपनी क्षमता तथा अपनी प्रतिभा को बढ़ता है। इसके साथ ही वह एक विशेष दिशा मे अपनी प्रवृत्ति तथा उच्च भावना को भी उत्पन्न करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि निदेशक, एस.सी.ई.आर.टी. के निर्देश के क्रम में जीवन कौशल दर्पण पांच दिवसीय प्रशिक्षण चार बैच में दिया जाएगा, प्रत्येक बैच में कुल 100 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस प्रकार जनपद के कुल 400 परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एस.सी.ई.आर.टी., लखनऊ द्वारा विकसित जीवन कौशल मॉड्यूल शिक्षकों एवं छात्रों में अपेक्षित आवश्यक जीवन कौशलों के विकास में सहायक होगा, जिसका प्रभाव अग्रेतर परिवार और समुदाय पर भी परिलक्षित होगा। इसके अतिरिक्त गणित और हिंदी विषय का उपचारात्मक प्रशिक्षण तीन दिवसीय है।उक्त प्रशिक्षण जनपद के कुल 520 शिक्षकों को दिया जाना हैं।
जीवन कौशल हेतु जनपद स्तरीय संदर्भदाता डायट प्रवक्ता श्याम बिहारी बिंद और शुचि राय तथा शिक्षक चंदन राय और दिलीप कुमार सिंह प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है। संदर्भदाताओंं द्वारा बताया गया कि जीवन कौशल, युवाओं में जीवन की वास्तविकताओं का सामना करने के लिये मानसिक स्वास्थ्य एवं क्षमता को प्रोत्साहित करते हैं।
हिंदी उपचारात्मक का प्रशिक्षण डायट प्रवक्ता अखिलेश कुमार वर्मा शिक्षक डॉ. बृजेंद्र कुमार त्रिपाठी, विनोद कुमार यादव, बलराम यादव द्वारा प्रदान किया जा रहा हैं।गणित उपचारात्मक प्रशिक्षण के नोडल प्रवक्ता वीरेन्द्र कुमार वर्मा जी ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम 6 चक्रों में आयोजित किया जाएगा। संदर्भ दाता सुनीत गौड़ द्वारा बताया गया कि हमारी क्षमता का पता तब चलेगा जब हम कमजोर अधिगम वाले बच्चों को सामान्य बच्चों के साथ लाकर खड़ा कर सकें, प्रभाकर सोनी के द्वारा जोड़, घटाव की अवधारणा में उपचारात्मक के बारे में बताया गया। सतीश कुमार वर्मा एवं श्री सुधीर कुमार यादव द्वारा गणित उपचारात्मक शिक्षण के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण सहप्रभारी प्रमोद कुमार सेठ, डॉ सुरेश, नित्येश प्रसाद तिवारी, डॉ मोहम्मद अफजल, डॉ कृष्ण, श्री श्याम बिहारी बिंद, राकेश कुमार वर्मा, शशिकांत, अब्दुल फ़ैजान एवं कार्यालय स्टाफ उपस्थित रहे।