अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में श्रद्धा और आस्था का संगम अब और भव्य रूप ले रहा है। मंदिर के परकोटे में स्थापित विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिरों के शिखरों पर कलश स्थापना का कार्य बुधवार से विधिवत प्रारंभ हो गया। इस क्रम में सबसे पहले परकोटे के उत्तर-पश्चिमी कोण पर स्थित मां दुर्गा मंदिर के शिखर पर कलश की स्थापना की गई।
परकोटे में भगवान सूर्य, मां भगवती, भगवान गणपति, भगवान शंकर, भगवान हनुमान और अन्नपूर्णा देवी के मंदिर निर्मित किए गए हैं। इन सभी मंदिरों के शिखरों पर 30 अप्रैल तक कलश स्थापित कर दिए जाएंगे। साथ ही, मंदिरों पर ध्वजदंड भी फहराए जाएंगे, जिससे परिसर की आध्यात्मिक भव्यता और अधिक निखर उठेगी। इन मंदिरों में देव विग्रहों की स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त भी तय कर लिए गए हैं, जिससे एक नई आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होगा। परकोटे के बाहर भी रामायण काल के प्रमुख चरित्रों महार्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, शबरी, निषादराज और माता अहिल्या के मंदिर बनाए जा रहे हैं।
इसके अतिरिक्त मंगलवार को यात्री सुविधा केंद्र के प्रांगण में संत तुलसीदास की प्रतिमा स्थापित की गई है। श्रद्धालुओं को राम मंदिर के इतिहास से अवगत कराने हेतु सुविधा केंद्र में पीतल की प्लेटों पर अंकित मंदिर निर्माण की संघर्ष गाथा भी लगाई गई है।