अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में 15 जून को होने वाली संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा को लेकर केन्द्राध्यक्षों एवं पर्यवेक्षकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई। विश्वविद्यालय की ओर से बीएड नोडल समन्वयक प्रो0 फारूख जमाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन की मंशानुरूप शुचितापूर्ण परीक्षा कराई जानी है। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी द्वारा बीएड प्रवेश परीक्षा को लेकर सभी केन्द्रों को यथा आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान कर दिए गए है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के सात जनपदों में कुल 97 परीक्षा केन्द्र बनाये गए है। जिसमें 42 हजार 468 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। वहीं अयोध्या जनपद में 23 केन्द्र बनाये गये है। इन केन्द्रों पर 9 हजार 922 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। नकलविहीन परीक्षा के लिए 42 पर्यवेक्षक व 12 केन्द्र प्रतिनिधि जिला प्रशासन की ओर से तैनात किए गए है। इसके अलावा 23 स्टैटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए है। विश्वविद्यालय नोडल अधिकारी उमानाथ ने बताया कि परीक्षा की पारदर्शिता बनाये रखना सभी केन्द्रों की नैतिक जिम्मेदारी है। सभी को पारदर्शितापूर्ण परीक्षा करानी है। किसी भी केन्द्र पर परीक्षार्थियों के इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स पूर्णतः वर्जित रहेंगे।
बैठक में बीएड प्रवेश परीक्षा के उपनोडल समन्वयक डॉ0 सुनीता अवस्थी ने बताया कि सभी केन्द्रों पर परीक्षार्थियों की गहन तलाशी के उपरांत ही प्रवेश दिया जाये। इनके प्रवेश-पत्र एवं एक पहचान-पत्र के मिलान की बाद ही केन्द्र में प्रवेश हो। पुलिस प्रशासन की ओर से शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि शासन की मंशानुरूप बीएड प्रवेश परीक्षा को सकुशल निपटाने के लिए हर केन्द्र पर एक सब इस्पेक्टर व पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके अलावा केन्द्र पर मोबाइल व इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स पूर्णत प्रतिबंधित रहेंगे। जनपद अयोध्या बीएड प्रवेश परीक्षा उप समन्वयक प्रो0 गंगा राम मिश्र ने बताया कि सभी केन्द्र के केन्द्राघ्यक्षों को परीक्षा के दिशा-निर्देशों का कड़ाई के साथ अनुपालन करना होगा। सभी को परीक्षा पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देना होगा। बैठक में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झासी के क्रेन्दीय प्रतिनिधि इंजीनियर लाखन सिंह, इंजीनियर एके सिह ने भी आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किया। बैठक का संचालन डॉ0 मोहन चन्द्र तिवारी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन परीक्षा नियंत्रक उमानाथ द्वारा किया गया। बैठक में जनपद के समस्त केन्द्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक, स्टैटिक मजिस्ट्रेट मौजूद रहे।