जलालपुर अंबेडकरनगर। सचिव द्वारा आवास सूची मे कूट रचना कर अपात्र को आवास दिये जाने के मामले मे शिकायत के बाद जांच अधिकारी ने पहुँच कर मामले की जॉच की। जांच अधिकारी ने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपने की बात कही। विदित हो कि जलालपुर ब्लॉक के मालीपुर गांव निवासिनी रीता पत्नी महेन्द्र कुमार आवास विहीन है इनके पास एक छप्पर युक्त मकान है।घर नही रहने के कारण रीता अपने जेठ के घर में शरण लिए हुए है।इनका नाम प्रधानमंत्री आवास सूची में दर्ज है।जब सभी लाभार्थी के खाता में प्रधानमंत्री आवास की पहली किश्त आ गई और रीता के खाता में राशि नही आई तो उन्होंने ब्लॉक आकर जानकारी लिया तो पता चला कि आवास प्लस साइड पर फोटो जियो टैग आदि सब पीड़िता का है किंतु महज कुछ रुपए के लालच में नियम कानून ताख पर रखकर सचिव ने फाइल में कूट रचना कर दस्तावेज बदल कर दूसरी महिला रीता का आधार कार्ड और बैंक खाता लगाकर उसके खाता में पहली किश्त भेजवा दिया। जब प्रार्थीनी रीता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई तो विभाग ने भुगतान पर रोक लगा दिया, किंतु रुपया वापस नहीं लिया गया और न ही सचिव के विरुद्ध कोई कार्यवाही की गई।जिससे आहत पीड़िता ने जिलाधिकारी, कमिश्नर और मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेज जांच और कार्यवाही की मांग की थी। गुरुवार को जिलाधिकारी को भेजी गई शिकायत की जांच करने एडीओ कृषि अशोक कुमार सिंह पहुंचे और उन्होंने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपने की बात बताई।