अयोध्या। राजा दशरथ समाधि स्थल पर सूर्यवंश क्षत्रिय समाज यानि राम वंशजों के एक महापंचायत में सपा मुखिया अखिलेश यादव के एक अनर्गल बयानबाजी में जिसमें उन्होंने दिल्ली में लोक सभा सत्र के दौरान मीडिया के समक्ष अंहकार के चलते फैजाबाद के वर्तमान सांसद को अयोध्या का राजा कह दिया था। जिसे महापंचायत में सम्मानित क्षत्रियों ने अत्यंत शर्मनाक बताते हुए एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सनातन धर्म का घोर अपमान है। उन्होंनें कहा कि अयोध्या के राजा तो सिर्फ एक प्रभु श्रीराम ही हैं।
इस अमर्यादित बयान का सूर्यवंश क्षत्रिय समाज के मुखिया ठाकुर गुरुप्रसाद सिंह ने महापंचायत में खासा एतराज जताते हुए कहा कि प्रायश्चित के तौर पर सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव को अयोध्या में आ कर सार्वजनिक रुप राजा राम लला के विग्रह के समक्ष शीष नवां कर मांफी मांगना होगा। क्योंकि उन्होंने प्रभुश्रीराम के अपमान के साथ-साथ करोड़ो सनातनी हिन्दुओं का सीधा उपहास किया है।
क्षत्रिय महापंचायत को सम्बोधित करते राकेश सिंह सूर्यवंशी ने कहा कि उस व्यक्ति को अयोध्या राजा की उपाधि से नवाज़ा जा रहा है जो कि अपने गले में पहने रामनामी पटका को कह रहे थे कि किसी ने पहना दिया होगा। जयश्रीराम का नाम लेने में उन्हें शर्म आ रही थी। सनातन धर्म के विरुद्ध अनर्गल बयान से क्षुब्ध क्षत्रिय नेता अनिल सिंह सूर्यवंशी ने कहा कि कुछ सनातन विरोधी कथित लोग श्रीराम मंदिर के बाद अब सीधे राम पर प्रहार कर अपने दूषित मनोभाव का परिचय दे रहे हैं। क्षत्रिय नेता समर बहादुर सिंह ने बताया कि इससे पूर्व भी कथित हिंन्दूधर्म विरोधियों ने देवी-देवताओं , मंदिर- मठ , पूजा स्थलों एंव रामनरित मानस महाग्रन्थ का लगातार अपमान कर चुके हैं।
क्षत्रियनेता देवेन्द्र प्रताप सिंह , विजय प्रताप सिंह , उमेश सिंह , राकेश प्रताप सिंह , महेन्द्र नाथ सिंह , विशाल सिंह , आदित्य प्रताप सिंह , विकास सिंह टाईगर , दिलीप सिंह , रिन्कू सिंह , राहुल सिंह तथा मार्तण्ड प्रताप सिंह सूर्यवंशी सहित हजारों रामवंशजों ने जबरदस्त आक्रोश व्यक्त करते हुए सनातन धर्म विरोधियों के विरुद्ध नारे लगाए।