जलालपुर अंबेडकरनगर। सरकार महिला सशक्तिकरण पर जोर दे रही है वहीं महिलाओं के साथ अपराध की घटना में कमी नहीं आ रही है। बीते 20 दिसंबर से मारपीट में चोटहिल पीड़िता अपने परिजनों के साथ थाने का चक्कर लगा रही है किंतु उसकी सुनवाई नहीं की जा रही है। महिला की सुनवाई महिला थानाध्यक्ष द्वारा नहीं किए जाने से महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम पर सवाल पैदा हो रहे है। घटना थानाक्षेत्र के सल्लाहपुर गांव की है।थाने पर परिजनों के साथ बैठी कुसुम ने बताया कि बीते 20 दिसंबर को शाम को बच्चो के बीच विवाद हो रहा था।विवाद में बच्चो को इधर उधर भगाने से नाराज विपक्षी मिथुन और उसकी पत्नी सत्यवती बाल पकड़कर पटक दिया और लात घुसो से पिटाई कर दिया।बीच बचाव को आई माता की उंगली तोड़ दिया।घटना के ही दिन पुलिस को तहरीर दी गई किंतु पुलिस विपक्षी के प्रभाव मे सुनवाई नही कर रही है।तीन दिन से लगातार पिता भाई और माता के साथ थाना आ रही हूं।शाम तक थाना में रोका जाता है और यह कह कर वापस भेज दिया जाता है कि विपक्षी नही मिल रहा है।पीड़िता शनिवार को पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराए जानें की बात कही। सीओ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि कार्यवाही का आदेश दिया गया है।