जलालपुर अम्बेडकरनगर। घर में घुसकर किशोरी के साथ छेड़खानी के मामले में दूसरे पक्ष द्वारा पुराने मामले को बताकर मुकदमा दर्ज कराना चर्चा का विषय बना हुआ है।पुलिस द्वारा दोनों पक्षों पर छेडख़ानी का मुकदमा दर्ज करने पर तमाम सवाल पैदा हो रहा है। मामला कोतवाली के एक गांव की है। बीते गुरुवार को किशोरी घर में भाई के साथ अकेली थी। पिता मजदूरी करने और माता गांव के एक पूजा के कार्यक्रम मे चली गई थी। तभी गांव का एक युवक किशोरी को अकेली देखकर घर में घुस गया और दरवाजा बंद कर किशोरी के साथ छेड़खानी करने लगा। इसी दौरान किशोरी की माता आ गई और कमरे के अंदर से चिल्ला रही पुत्री को बचाने के लिए गुहार लगा दिया। जब तक अन्य लोग पहुंचते छेड़खानी कर छत के रास्ते भाग रहे युवक को पकड़ कर पिटाई कर दिया। पीड़ित किशोरी परिजनों के साथ थाना पहुंची पुलिस को तहरीर दिया।इसी दौरान विपक्षी का परिवार पहुंच गया और दो सप्ताह पहले पुत्री के साथ की गई छेड़खानी और छेड़खानी में नामजद पुत्र के साथ मारपीट का हवाला देकर पुलिस से शिकायत किया।आरोप है कि पुलिस ने बगैर सत्यता की जांच किए दोनो तहरीर पर क्रास केस दर्ज कर लिया। किशोरी की तहरीर पर शिवकुमार के विरुद्ध घर में घुसकर छेड़खानी की धारा और विपक्षी रुदल की तहरीर पर प्रिंस, रमेश और प्रदीप के विरुद्ध छेड़खानी मारपीट आदि की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया।अब सवाल यह है कि घर में घुसकर छेड़खानी कर रहे युवक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाना लोगों से परे है किंतु दबंगों की तरफ से दर्ज कराया गया केस किसी के गले नहीं उतर रहा है।किशोरी के साथ ही विपक्षी द्वारा छेड़खानी की धारा में क्रास केस दर्ज करने पर जहां चर्चाओ का बाजार गर्म है वही पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठ रही है। कोतवाल संत कुमार सिंह ने बताया कि दोनो पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना में सही कौन गलत कौन जानकारी हो जाएगी।