◆ रेड क्रास सदस्य प्रवीण गुप्ता कैंसर पीड़ित को रक्तदान करते हुए बोले
◆ 24 बार दान कर चुके हैं यूथ आइकॉन
बसखारी अंबेडकर नगर। रक्तदान की अपेक्षा करने वाले लोग भी रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों के कारण स्वयं रक्तदान नहीं करते हैं। जो कि एक घातक परिपाटी है। लोगों को जागरूक होना चाहिए और रक्तदान के कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। उक्त बातें यूथ आइकॉन प्रवीण गुप्ता ने डोनर कार्ड न होने की दशा में एक कैंसर पीड़ित मरीज के लिए स्वयं रक्तदान करते हुए कही। युवा प्रवीण ने बताया कि यह उनका 24वां रक्तदान है।उन्होंने आगे बताया कि हमारे जिले में एक अजीब सी मानसिकता का भाव है कि लोग जरूरत पड़ने पर तो रक्त मांगने के लिए इमोशनल भाव पैदा करते हैं। लेकिन जरूरत पड़ने पर इस कार्य में स्वयं पीछे रहते हैं। यूथ आईकॉन प्रवीण गुप्ता ने शादी-विवाह व पार्टी में जुटने वाली हज़ारों की भीड़ के रक्तदान के समय गायब रहने पर आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि जब रक्त की आवश्यकता होती है। सारे हित मित्र रिश्तेदार गायब हो जाते हैं।आज पूरे जिले भर में रक्त की मांग बढ़ रही है। बड़े प्रयासों से सैकड़ों लोगों से सम्पर्क पर एकाध लोग आगे आते हैं। ऐसे में एक बार सबकी मदद करने में वह विवश हो जाते हैं। अगर सभी लोग इस दिशा में जागरूक होकर रक्तदान शिविर में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें तो यह विवशता काफी हद तक दूर हो सकती है। प्रवीण गुप्ता ने रक्तदान के लिए सभी से आह्वान करते हुए कहा कि यदि आप सामूहिक रक्तदान शिविर में भाग नहीं ले सकते तो अपने मरीजों के लिए स्वयं रक्तदान करने का प्रयास करें। जरूरत पड़े तो आसपास के हित मित्रों के लिए भी रक्तदान करके उनकी जान बचा एक नेक कार्य कर सकते हैं। यूथ आइकॉन प्रवीण गुप्ता को
उक्त कैंसर पीड़ित मरीज के बारे में रेड क्रास अम्बेडकर नगर के आजीवन सदस्य मुकेश मौर्य के द्वारा डोनर कार्ड न होने की जानकारी हुई तो रेड क्रास अम्बेडकर नगर के आजीवन सदस्य एवम् जिला कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण गुप्ता ने स्वयं रक्तदान करके मानवता की एक और मिसाल पेश की। यूथ आईकॉन प्रवेश गुप्ता ऐसे कई और अन्य सामाजिक कार्यों के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं।जिसके लिए उन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है।प्रवीण के प्रयासों को मरीज के परिजनों, रक्तकोष प्रभारी डॉ0 मनोज गुप्ता व रेड क्रास के जिला शाखा ने भी सराहते हुए इसे प्रेरणादाई कार्य बताया।इस मौके पर रक्तकोष काउंसलर दीपक नाग, टेक्नीशियन राकेश मिश्रा, प्रशिक्षणार्थी छात्र/छात्राएं श्वेता, स्नेहा, सलोनी, आलोक, अनुराग, कमलेश आदि कई लोग उपस्थित रहे।