अम्बेडकर नगर। नागपंचमी के दिन नौ अगस्त को परीक्षा नियामक प्राधिकारी,उत्तर प्रदेश, प्रयागराज द्वारा घोषित डी.एल.एड परीक्षा का वार्षिक कार्यक्रम घोषित होने से हिंदुओं विशेषकर छात्राध्यापिकाओं में विशेष रोष है।अतएव सरकार को चाहिए कि उक्त परीक्षा का संशोधित कार्यक्रम जारी करते हुए नागपंचमी के पर्व को किसी भी प्रकार की परीक्षा का आयोजन न करे।यह माँग राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेश के अयोध्यामण्डल अध्यक्ष व नेशनल अवार्डी शिक्षक डॉ.उदयराज मिश्र ने जरिये एक्स सूबे के मुख्यमंत्री से किया है।
ज्ञातव्य है कि नागपंचमी के दिन कुंवारी कन्याओं द्वारा गुड़िया महोत्सव भी मनाया जाता है।जिसके अंतर्गत भीगे हुए चने व गुड़ जे मिश्रण को भगवान भोलेनाथ को समर्पित करते हुए नवीन कपड़ों से बनाई गई गुड़ियों को पवित्र सरोवरों व नदियों में प्रवाहित करने की अजस्र परंपरा चली आ रही है,किंतु परीक्षा नियामक प्राधिकारी,उत्तर प्रदेश द्वारा उक्त पर्व को गणित,विज्ञान व सामाजिक अध्ययन की तीन पालियों में परीक्षाओं का आयोजन किये जाने से बालिकाएं उहापोह व असमंजस में हैं।जिस निमित्त उक्त शिक्षक प्रतिनिधि ने सूबाई सरकार से परीक्षा तिथि को संशोधित करते हुए नवीन तिथि की घोषणा करने की मांग की है।