जलालपुर अम्बेडकर नगर। तहसील जलालपुर के आशापार गांव में पुश्तैनी भूमि को कूट रचित ढंग से एक भाई को दरकिनार कर तीन सगे भाइयों ने जमीन फर्जी तरीके से अपने नाम करा ली। पीड़ित ने जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को शिकायती पत्र देते हुए न्याय के लिए दरवाजा खटखटा रहा है। परन्तु न्याय नही मिल पा रहा है। आशापार निवासी फूलचंद प्रजापति ने शिकायत करते हुए बताया कि गांव में उन के चाचा जो निःसंतान थे उन के नाम 32 विस्वा जमीन है।जिनकी मृत्यु के बाद उन के पत्नी के नाम वरासत दर्ज हुई।इसी बीच पत्नी की भी मृत्यु हो गयी। तो आरोप है कि फर्जी तऱीके से राम चरन पुत्र स्व.बरसाती ने उक्त भूमि को अवैध तऱीके से कब्जा कर लिया। जब कि पूर्व में काबिज फूलचंद को इस भूमि से बेदखल कर दिया गया। फूलचन्द प्रजापति ने बताया कि फर्जी खतौनी दर्ज कराने के लिए विपक्षी ने 1983 में एक मुकदमा लड़ा था जिस का फैसला उन के हक में आया था इतने लंबे समय गुजर जाने के बाद सहयोगी दीपचंद को मिला कर विपक्षी ने 2023 में जमीन अपने नाम कराया। जिस आधार पर फूलचंद प्रजापति से कब्जा हटवा दिया गया। पीड़ित ने अधिकारियों से शिकायत के बाद एक वाद भी नायब तहसीलदार न्यायालय में दायर किया है। तहसीलदार जलालपुर पद्मेश श्रीवास्तव ने बताया कि यदि खतौनी में शिकायतकर्ता का नाम दर्ज हो जायेगा तो उस को कब्जा दिलवा दिया जायेगा।