जलालपुर अंबेडकर नगर। गावों में सफाई व्यवस्था से सम्बन्धित योजनाओं का बुरा हाल है। सफाई व्यवस्था ध्वस्त होने के बावजूद भी स्वच्छता की बात लगातर की । यह हाल जलालपुर तहसील क्षेत्र के लगभग सभी गांव का है। जहां कूड़ा घर लाखों रुपए की कीमत से बनकर तैयार है परंतु आज तक उस कूड़ा घर में कोई झांकने तक नहीं गया है। विदित हो कि प्रदेश सरकार गांव में साफ सफाई के लिए सभी ग्राम पंचायत में लाखों रुपए की लागत से कूड़ा घर बनवाया है और तमाम ग्राम पंचायतों में कूड़ा ढोने के लिए कूड़ा वाहन की भी खरीदारी कर दी गई है ताकि गावों मे साफ सफाई की व्यवस्था चकाचक रहे। लेकिन इन सब होने के बावजूद भी कूड़ा घर खुद कूड़ा में तब्दील होते हुए नजर आ रहे हैं । जहां आज तक एक ठेला कूड़ा करकट गांव से कूड़ा घर में नहीं पहुंच सका है। लेकिन इसके बावजूद भी ब्लॉक के अधिकारियों द्वारा साफ सफाई की व्यवस्था पर ताल ठोका जा रहा है कि गांव में साफ सफाई की व्यवस्था चकाचक है । जलालपुर ब्लॉक में कुल 115 ग्राम पंचायत हैं जहां कूड़ा घर बनकर तैयार हैं और कुछ गांव में कूड़ा वाहन भी खरीदा गया है लेकिन जब इन कूड़ा घरों का निरीक्षण किया गया तो किसी भी कूड़ा घर में तनिक भी कूड़ा करकट देखने को नहीं मिला। यही हाल भियांव ब्लॉक के ग्राम पंचायतो का भी है । भियांव ग्राम पंचायत में बना कूड़ा घर का टीन सेट ही उड़ गया है। इसी तरीके से निमटिनी और माधवपुर में भी कूब घर तो बने हैं और कूड़ा वाहन भी खरीदे गए हैं। लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया इस कि इन वाहनों का प्रयोग स्वयं के कार्य किए जा रहे हैं । इस कूड़ा वाहन से आज तक कभी गांव का कूड़ा नहीं उठाया गया है और गांव में जैसे पहले सफाई की दशा थी वैसे आज कूड़ा घर बनने के बाद भी हालात बने हुए हैं। ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही की चलते सरकार के स्वच्छता अभियान पर खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। लेकिन आफिस में बैठे अधिकारी गांव में स्वच्छता की बात रहे हैं। जब इस संबंध में भियांव खंड विकास अधिकारी अंजली भारती से पूछा गया तो उन्होंने बताया हर गांव में साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त है कूड़ा वाहन से कूड़ा घर में कूड़ा गिराए जा रहे हैं कहीं कोई समस्या नहीं है। जबकि ये कूड़ा घर खुद ही स्वच्छ दिख रहे है।