Friday, November 22, 2024
HomeAyodhya/Ambedkar Nagarअम्बेडकर नगरराष्ट्रीय लोक अदालत में पैंतालीस हजार पांच सौ दस वादों का हुआ...

राष्ट्रीय लोक अदालत में पैंतालीस हजार पांच सौ दस वादों का हुआ हुआ निस्तारण

Ayodhya Samachar

अंबेडकर नगर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में शनिवार को जनपद न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन न्यायमूर्ति राजेन्द्र कुमार चतुर्थ प्रशासनिक न्यायमूर्ति की अध्यक्षता में माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीपार्चन एवं पुष्पार्चन करके  पद्म नारायण मिश्र,जनपद न्यायाधीश,अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,आदिल आफताब अहमद प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, चन्द्रहास राम अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत, दयाराम, अध्यक्ष, जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग,रत्नेश मणि त्रिपाठी, विशेष न्यायाधीश एस०सी०/ एस०टी० एक्ट / नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत, की उपस्थिति में एवं श्रीमती अंशु शुक्ला, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, के देख-रेख में एवं जनपद न्यायालय के समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण की उपस्थिति में कराया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 23 अदालतें लगायी गयी थी। पद्म नारायण मिश्र,जनपद न्यायाधीश द्वारा एक वाद का निस्तारण किया गया। चन्द्रहास राम, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत द्वारा दो वादों का निस्तारण किया गया। आदिल आफताब अहमद, प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, द्वारा कुल 25 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। विश्वनाथ, प्रथम, अपर जिला न्यायाधीश, द्वारा कुल 42 वादों का निस्तारण करते हुये दो लाख ग्यारह हजार रूपये का अर्थदण्ड आरोपित किया गया। रत्नेश मणि त्रिपाठी, विशेष न्यायाधीश, अनु०जाति / अनु०जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, द्वारा पांच वादों का निस्तारण करते हुये दो हजार पांच रूपये का अर्थदण्ड आरोपित किया गया। विजय कुमार ढुंगराकोटी, द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, द्वारा दो वादों का निस्तारण किया गया। आशीष वर्मा, विशेष न्यायाधीश पॉक्सो अधिनियम द्वारा पांच वादों का निस्तारण करते हुए तीन हजार रूपये का अर्थदण्ड आरोपित गया। श्रीमती नेहा आनंद, तृतीय, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश,द्वारा  छः वादों का निस्तारण किया गया। आरती फौजदार, अपर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय द्वारा 27 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, अपर जिला जज, त्वरित प्रथम,द्वारा तीन वादों का निस्तारण करते हुये एक हजार पाच सौ रूपये  अर्थदण्ड आरोपित किया गया। कमलेश कुमार मौर्य, अपर जिला जज, त्वरित, द्वितीय,द्वारा एक वाद का निस्तारण किया गया । श्रीमती पूनम सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा सबसे अधिकतम 3137 वादों का निस्तारण करते हुए दो लाख दस हजार नौ सौ साठ रुपये का अर्थदंड आरोपित किया गया, जिसमें उन्होने ऐतिहासिक निर्णय देते हुये वर्ष 1998 से लम्बित फौजदारी वाद सरकार बनान अहमद अली  एवं वर्ष 1999 से लम्बित फौजदारी वाद सरकार बनाम रंगीलाल भी निस्तारण किया। प्रियंका सिंह, सिविल जज, (सी०डि०) द्वारा 22 वादों का निस्तारण करते हुए बारह लाख सरसठ हजार चार सौ बानवे रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र जारी किया गया। आतिफ सिद्दकी सिविलजज ( जू० डि0) / जे०एम० टाण्डा, द्वारा कुल 755 वादों का निस्तारण करते हुए अठारह लाख सत्ताईस हजार पांच सौ नवासी रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया एवं छिहत्तर हजार सात सौ पचास का अर्थदंड आरोपित किया गया। श्रीमती.अनूर सिविल जज (जू०डि०) द्वारा कुल 14 वादों का निस्तारण करते हुए आठ लाख पचासी हजार नौ सौ चालीस रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया। मीनाक्षी यादव, न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा कुल 20 वादों का निस्तारण करते हुये दो सौ रूपये का अर्थदंड आरोपित किया गया। अमरनाथ अपर सिविल जज ( जू०डि०) पंचम,द्वारा कुल 439 वादों का निस्तारण करते हुए तेरह हजार छ सौ पचास रूपये का अर्थदंड आरोपित किया गया। सुश्री कामाक्षी सागर, अपर सिविल जज ( जू०टि०) त्वरित, प्रथम, द्वारा कुल 445 वादों का निस्तारण करते हुये बीस हजार छ: सौ पचास रूपये का अर्थदण्ड आरोपित किया गया। अशोक कुमार अपर सिविल जज ( जू० डि०) त्वरित द्वारा कुल 553 वादों  का निस्तारण करते हुए पैसठ हजार आठ सी चालीस रूपये का अर्थदंड आरोपित किया गया। इसके अतिरिक्त इस राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा 102 वादों का निस्तारण करते हुये बाईस लाख, तैंतीस हजार तीन सौ सत्तरह रूपये क्षतिपूर्ति दिलवाई गई। राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायालय के समस्त न्यायालयों द्वारा कुल 6539 वाद, जनपद के राजस्व न्यायालयों द्वारा कुल 16844 राजस्व वाद, विद्युत विभाग के 3650 वाद एवं जनपद के अन्य विभागों द्वारा 17389 वाद, बैंक ऑफ बडौदा, बडौदा उ०प्र० ग्रामीण बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक सहित जनपद के अन्य बैंकों द्वारा स्टाल लगाकर 1088 बाद निस्तारित करते हुये  छः करोड़ तिहत्तर लाख सत्रह हजार एक सौ रुपए का समझौता किया गया जिसमें से एक करोड़ चालीस लाख इक्यानवे हजार तेरह रुपए तत्काल वसूल किया गया। इस प्रकार कुल प्री-लिटिगेशन के 38971 वादों का निस्तारण हुआ। कुल मिलाकर इस राष्ट्रीय लोक अदालत में 45510 वादों का निस्तारण किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में सुशील कुमार चतुर्थ, अपर जिला जज, पाक्सो प्रथम,आशीष सिंह, अग्रणी जिला प्रबन्धक बैंक ऑफ बड़ौदा  शिव कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, जनपद न्यायालय,अमित कुमार वर्मा, न्यायालय प्रबन्धक, मयूर श्रीवास्तव, सिस्टम ऑफिसर, मनोज कुमार पाण्डेय, केन्द्रीय नाजिर ओमकेश पाण्डेय, सहायक नाजिर सहित अन्य वादकारीगण व अधिवक्तागण आदि उपस्थित रहे।

Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments