अंबेडकर नगर । जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश सिंह द्वारा राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अकबरपुर में लोकसभा सामान्य निर्वाचन के लिए हो रहे पीठासीन अधिकारियों एवं अन्य मतदान अधिकारियों के प्रशिक्षण का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि मतदान अधिकारी/ पीठासीन अधिकारी अच्छे से प्रशिक्षण ले।जिससे मतदान के समय कोई दिक्कत न हो। ट्रेनर द्वारा मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। दो पालियों में हुए प्रशिक्षण के दौरान मतदान अधिकारियों को ईवीएम सील करने, वीवी पैट से पर्ची निकालने, सभी परपत्रो को ठीक से भरने, मॉक पोल करवाने, हर 2 घंटे पर रिपोर्टिंग करने, वीवी पैट, बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट को आपस में जोड़ने सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं को संवेदनशीलता एवं गंभीरता के साथ प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए। साथ ही साथ उनके द्वारा यह भी कहा गया कि सभी अधिकारी गंभीरता से प्रशिक्षण ले, यदि उनके मन में किसी प्रकार का प्रश्न है तो वह निःसंकोच होकर मास्टर ट्रेनों से पूछे।प्रशिक्षण के द्वितीय दिन 28 पीठासीन अधिकारी/मतदान अधिकारी प्रथम अनुपस्थित पाए गए। जिसमें पहली पाली में 15 कार्मिक और दूसरे पाली 13 कार्मिक कुल 28 कार्मिक अनुपस्थित मिले। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि कार्मिक अपना प्रशिक्षण प्राप्त करें,अनुपस्थिति की दशा में एफ. आई. आर. दर्ज कराई जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी अधिकारियों को समय से उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। अवगत कराना है कि कार्मिकों को दो पाली में प्रशिक्षण दिया जा रहा है यह प्रशिक्षण 22 व 23 अप्रैल को भी दिया जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा मतदान ड्यूटी में लगे कार्मिकों को पुष्प वर्षा/ पुष्प देकर स्वागत किया गया। इसका उद्देश्य कार्मिकों का मनोबल बढ़ाना था तथा वह उत्साह के माहौल में अपना कार्य भी कर सके।
जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रशिक्षण के दौरान कार्मिकों के बीच में बैठकर प्रशिक्षण की गुणवत्ता को जानने का प्रयास किया। विलंब से आने वाले कार्मिकों पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की।अनुपस्थित/ रिप्लेस वाले कार्मिकों को 23 अप्रैल को प्रथम पाली में प्रशिक्षित किया जाएगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी की एक अनोखी पहल
जनपद में पहली बार प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत आधा घंटे की बहुविकल्पीय प्रश्न दिया गया रहा है जिसमें प्रशिक्षण की पूरी प्रक्रिया का प्रश्न है जिसमें चार विकल्प है एक उत्तर देना है सभी कार्मिक इसे कर रहे हैं जिससे लिया गया प्रशिक्षण का आकलन साथ-साथ किया जा रहा है। जिसको सभी कार्मिक अच्छा मान रहे हैं और इसकी सराहना कर रहे हैं कि इससे हम सभी का रिवीजन हो रहा है और हम लोग अपने को आकलन भी कर ले रहे हैं कि जितना हमने सीखा है उसका आंकलन विकल्पीय प्रश्न से किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार तिवारी, परियोजना निदेशक दिलीप सोनकर, तथा संबंधित अधिकारी/कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे।