अंबेडकरनगर। माध्यमिक विद्यालयों की जनपद स्तरीय क्रीड़ा समिति की बैठक शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक अवध किशोर सिंह की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में हुई। बैठक के दौरान समिति के पदेन अध्यक्ष के रूप में जिला विद्यालय निरीक्षक और उपाध्यक्ष जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे। बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि मौजूदा शिक्षा सत्र में प्रत्येक विद्यालयों में एक खेल अवश्य कराया जाए। जिससे विद्यालयों में खेलकूद की गतिविधियां सतत रूप से चलती रहे। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान वे इस बात पर जोर भी देंगे कि विद्यालय में किस तरह का खेल आयोजित किया जा रहा है। माध्यमिक विद्यालयों की खेलकूद प्रतियोगिता से अधिक से अधिक वित्त विहीन विद्यालयों को भी जोड़ने के लिए उन्होंने निर्देश दिया। जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि किसी भी स्कूल या कॉलेज में यदि कोई बच्चा किसी भी खेल में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो उस पर और अधिक ध्यान दिया जाए जिससे वह जिले से बाहर निकल कर प्रदेश में भी अच्छा प्रदर्शन कर सके। बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बेसिक विद्यालयों में भी खेलकूद की गतिविधियों को प्रभावी रूप से बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा स्काउट गाइड और अन्य पाठ्य से इतर क्रियाओं को भी बढ़ाने के लिए स्कूलों को निर्देश दिए जाएंगे। बैठक के दौरान एकलव्य स्टेडियम में 15 मई से 30 जून तक चलने वाले समर कैंप के संबंध में भी जिला विद्यालय निरीक्षक ने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर के नजदीक के विद्यालयों के अधिक से अधिक खिलाड़ी छात्र छात्राओं को समर कैंप में जाने के लिए प्रोत्साहित करें। इस संबंध में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक भी पांच जून को आयोजित की गई है जिसमें समर कैंप में अधिक से अधिक खिलाड़ियों के प्रतिभाग करने की समीक्षा की जाएगी। बैठक के दौरान प्रमुख रूप से क्रीड़ा सचिव अजीत कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष सुमित्रा देवी, डॉक्टर हरेंद्र प्रताप यादव, रईस अहमद, मोहम्मद हसन, प्रतिमा सिंह, विपिन कुमार द्विवेदी, जिला विद्यालय निरीक्षक ऑफिस के क्रीड़ा पटल प्रभारी शशीकांत वर्मा समेत समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
एनसीसी के लिए भी करें आवेदन
क्रीड़ा समिति की बैठक के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि विद्यालयों में एनसीसी का संचालन भी सरकार की प्राथमिकता में है। इसलिए विद्यालय इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर उनके पास भेजें जिससे इसे आगे अग्रसारित किया जाए। वर्तमान समय में जिले के राजकीय और एडेड कॉलेजों में एनएसएस संचालित किए जा रहे हैं एनसीसी संचालित होने से बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक प्रभावी कदम होगा।