◆ ई आफिस की सुविधा शुरू करने वाला प्रदेश का चौथा नगर निगम है अयोध्या नगर निगम
◆ अब तीन से ज्यादा दिन फाइल नहीं रोक सकेंगे बाबू व कर्मचारी, फाइलों पर करने होंगे डिजिटल हस्ताक्षर
अयोध्या। जीरो टॉलरेंस अब तेजी से विभागों में लागू हो रहा है। इसी कड़ी में अयोध्या नगर निगम में ई-आफिस की प्रणाली शुरू की गई है। ये सुविधा लागू करने वाला अयोध्या प्रदेश का चौथा नगर निगम बन गया है। इस प्रक्रिया के लागू हो जाने के बाद अब फाइल क्लियरेंस में अड़चनें उत्पन्न करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों की खैर नहीं होगी क्योंकि अब सभी फाइलों पर डिजिटल हस्ताक्षर होंगे। शासन स्तर से भी इसकी लगातार मॉनिटरिंग होती रहेगी। योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत ही विभागों में कार्य शुरू हो रहा है। अयोध्या नगर निगम की अब सभी फाइलों को डिजिटाइजेशन के माध्यम से ऑनलाइन करने का कार्य किया जा रहा है। इससे न सिर्फ इधर-उधर बिखरी फाइलें न केवल सर्वर पर स्टोर हो सकेंगी, बल्कि इससे फाइलों को ढूंढने में लगने वाला वक्त बर्बाद नहीं होगा।
अधिकारी-कर्मचारी समेत 70 लोगों के बने डिजिटल हस्ताक्षर
नगर निगम में ई-आफिस की व्यवस्था को शुरू करते ही अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर बनाये गए हैं। इन्हीं हस्ताक्षरों को कम्प्यूटर में लोड कर फाइलों में किया जाएगा। पूरी प्रक्रिया को धरातल पर उतारने के लिए 15 से 20 कंप्यूटर की आवश्यकता होगी। इसलिए 15वें वित्त आयोग की निधि से कंप्यूटर की खरीदारी की जाएगी। हर एक अधिकारियों के कक्ष में कम्प्यूटर होगा। उसके साथ एक ऑपरेटर मिलने की भी बात कही जा रही है।
तीन दिन से ज्यादा नहीं रोक पायेगा कोई फाइल
नगर निगम की सभी फाइलों को ऑनलाइन करने का काम किया जा रहा है। अब तक सैकड़ों फाइल कम्प्यूटर पर चढ़ाई भी जा चुकी हैं। अन्य फाइलों को भी ऑनलाइन करने का काम किया जा रहा है। हर मामलों में अंतिम हस्ताक्षर नगर आयुक्त के ही होंगे। अगर फाइल में कोई गड़बड़ी हुई तो वे कार्रवाई के लिए भी प्रस्तावित करेंगे।
सबसे पहले अलीगढ़ में शुरू हुई थी ई-ऑफिस की सुविधा
अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार के मुताबिक अयोध्या ई-आफिस की सुविधा शुरू करने वाला प्रदेश का चौथा नगर निगम है। सबसे पहले अलीगढ़, लखनऊ उसके बाद बरेली ने ई-आफिस की सुविधा शुरू की थी।