◆ अयोध्या हार व मिल्कीपुर जीत का कारण पूछते रहे श्रद्धालु
◆ हर नुक्कड़ चौराहो पर भाजपा की जीत व सपा की हार की होती रही समीक्षा
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के बीच रविवार को मिल्कीपुर जीत की चर्चाएं होती रही। विभिन्न प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालु लोकसभा में अयोध्या की हार व मिल्कीपुर में जीत के समीकरणों के बारें में चर्चा करते दिखाई दिए। वहीं जुड़वा शहरों के हर चौराहे, दुकान पर भाजपा की जीत व सपा के हार की समीक्षा होती रही।
रविवार को रामनगरी में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय मिल्कीपुर की जीत का रहा। देश के विभिन्न कोने से आए श्रद्धालु मंदिर में मौजूद संतो व दुकानों पर मिल्कीपुर जीत की चर्चा कर रहे थे। लोकसभा में अयोध्या की हार व मिल्कीपुर की जीत की तुलना लोगो के द्वारा की जा रही थी। श्रद्धालुओं के मन में विभिन्न जिज्ञासाएं थी। जो उनके सवाल के रुप में बाहर आयी। जिनका जवाब भी स्थानीय लोग बड़े सधे हुए शब्दों में दे रहे थे।
लोकसभा में भाजपा की हार के बाद बाहर के श्रद्धालुओं ने इसकी तीखी आलोचना किया था। जिसमें अयोध्या के निवासियों को लेकर श्रद्धालुओं ने सोशल मीडिया पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। मिल्कीपुर चुनाव में भी लोकसभा में अयोध्या की हार का प्रकरण सबसे ज्यादा उठा था। इस मुद्दे ने भाजपा के वैचारिक मतदाताओं में उत्साह भरने का कार्य किया था। मिल्कीपुर में मतदान करने को भाजपा के मतदाताओं ने प्रतिष्ठा का विषय बना लिया। जिसके बाद जिले ही नहीं प्रदेश के बाहर से लोग मतदान करने के लिए आए। बीमार व बुजुर्गो का मतदान परिवारी जनों ने प्रमुखता से कराया। बढ़ा हुआ मतप्रतिशत इन्हीं वैचारिक मतदाताओं के द्वारा प्रतिष्ठा का विषय बनाने की वजह से हुआ। जिसका परिणाम भाजपा की बड़ी जीत के रुप में सामने आया।
मिल्कीपुर की जीत रविवार को हर जगह चर्चा का विषय बनी रही। भाजपा की रणनीति व हाईफाई प्रचार, सपा सांसद का रोना व मतदान के लिए सोशल मीडिया पर सामने आयी उनकी वीडियों लोगो के बीच चर्चा का विषय बनी रही है। मिल्कीपुर चुनाव सोशल मीडिया पर छाया रहा है। इसको लेकर लोगो की विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रिया सामने आयी।