अयोध्या। देवग्राम परिवार ने अंग्रेज़ी माध्यम प्राथमिक विद्यालय देवई सोहावल में हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया। समारोह के मुख्य अतिथि सिविल परीक्षा 2025 में 821 वीं रैंक के साथ टॉप करने वाले कपासी सोहावल के निवासी हिमांशु मोहन रहे ।
हिमांशु मोहन ने कहा कि हार्ड वर्क से ज्यादा स्मार्ट वर्क की जरूरत है और हमें बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करना सीखना होगा। परंतु उसमें वह नकारात्मक चीजों का शिकार ना हो जाए, इसके लिए मार्गदर्शन की जरूरत होती है। मार्गदर्शक के रूप में उनका शिक्षक उनका सहयोग कर सकता है।
विशिष्ट अतिथि डायट के खेल प्रवक्ता राकेश कुशवाहा ने गांव के बच्चों को आत्मरक्षा की कला सीखने और शारीरिक बल के साथ आध्यात्मिक बल को बढ़ाकर गांव सेवा से राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित किया तथा बेसिक शिक्षा के द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में बताकर बेसिक शिक्षा से ग्रामीणों को जोड़ने के लिए प्रेरित किया। ड्योढ़ी चौकी उपनिरीक्षक युवराज सिंह ने गांव के बच्चों के अभिभावकों को प्रेरित करते हुए अपराध और अपराधी से दूर रहकर अपने बच्चों एवं गांव के भविष्य को संवारने की प्रेरणा दी।
पर्यावरण जागरूकता में राष्ट्रीय स्तर पर 16000 किलोमीटर की वंदे भारत पदयात्रा पूरी करके अयोध्या में एक बिटिया एक पेड़ के माध्यम से जिले के सभी घरों को जोड़कर पेड़ लगाने का संकल्प करने वाले प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी आशुतोष पाण्डेय ने बच्चों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम के आयोजक मानस साधक एवं सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु सूर्यकांत त्रिपाठी ने गांव के प्रति नैतिक जिम्मेदारियों पर ध्यान आकृष्ट कराया।
उन्होनें कहा कि सफलता के उपरांत हमें गांव को भूलना नहीं चाहिए। हमें गांव को ऐसा बनाना है कि आत्मा गांव की हो और सुविधा शहरों सी हो। जिससे गांव के मेधावियों को अभाव के कारण गांव से पलायन न करना पड़े। प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मंजू वर्मा ने कहा कि अभिभावक फिजूल खर्ची से बचें एवं विश्वास सहित अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में पढ़ाएं । बरेली से पधारे पूर्व शाखा प्रबंधक आशुतोष तिवारी ने पढ़ाई में ब्रह्मचर्य की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में सामान्य ज्ञान, महान विभूतियां की पुस्तक, नीम का एक-एक पौधा भेंट कर गांव के 20 मेधावियों का सम्मान एवं युग निर्माण सत्संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर सरकारी पदों से सेवानिवृत्त गांव के बुजुर्गों में मो० अजीमुल्ला, बद्री प्रसाद मिश्र, प्रद्युम्न पांडेय, बालकराम शर्मा, मास्टर दयाराम ने अपने दौर में पढ़ाई एवं नौकरी के अनुभव को साझा किया। मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री पल्लवी त्रिपाठी, अध्यापिका दीपिका चतुर्वेदी, आचार्य अभिषेक, सुधांशु त्रिपाठी, दीपक उपस्थित रहे।