जलालपुर अंबेडकर नगर। वैसे तो नगरपालिका का आए दिन सुर्खियों में बने रहना कोई नहीं नई बात नहीं है, किन्हीं न किन्हीं कारणों से सुर्खियों मे छाया रहता है। कभी साफ सफाई को लेकर हंगामा, तो कभी मजदूरो के वर्दी व वेतन को लेकर हंगामा तो कभी सडक के किनारे जल रहे कूडे के ढेर को लेकर तकरार आदि जैसे तमाम समस्याएं रही है। फिलहाल नगर पालिका का विवादो से गहरा नाता रहा है। मौजूदा समय मे जो भ्रष्टाचार सामने आया है वह अमृत सरोवर को लेकर आया है, जबकि इससे पूर्व भी कही नालियों के निर्माण मे भ्रष्टाचार तो कही इंटरलॉकिंग मे भ्रष्टाचार का मामला सामने आता रहा, परन्तु इस बार अमृत सरोवर योजना के तहत लाखो रुपये खर्च हो गये है और भ्रष्टाचार की कलई खुल गयी है। इस भ्रष्टाचार का संज्ञान उच्चाधिकारियों के कान तक भी पहुँच गयी है, ऐसे मे अब सबको पसीना छूट रहा है । मामले को भटकाने के लिए तरह तरह के दांव चला जा रहा है लेकिन देखना है कि ऊंट किस करवट बैठता है। इस मामले को लेकर जहाँ उपजिलाधिकारी हरिशंकर लाल ने काम को ठप करवा दिया है, वही शिकायत कर्ता निर्मित दिवार को गिराकर नये सिरे से निर्माण की मांग कर रहे है। अब ऐसी हालत मे जहाँ लाखो की चपत ठेकेदार को लगने वाली है, वही नगर पालिका असमंजस की स्थिति मे हाफ रही है कि करु तो करु क्या एक तरफ चहेते ठेकेदार का नुकसान दूसरी तरफ कार्य की गुणवत्ता का प्रश्न सामने आ रहा है।