अयोध्या। 24 दिसंबर को कांग्रेस पार्टी बाबा साहब अंबेडकर सम्मान मार्च का आयोजन करेगी। कांग्रेस कार्यालय कमला नेहरू भवन पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि बीजेपी हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती। इस बार तो हद ही पार कर दी।
उन्होंने बताया कि संविधान के पचहतर वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी। अडानी, मणिपुर, संभल जैसे मामलों पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद प्रतिपक्ष की संविधान पर चर्चा की मांग मान ली गई। मौके पर कांग्रेस समेत सभी दलों ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतिबद्धता याद दिलाई। समता, समानता और न्याय के डॉ. अंबेडकर के आदर्शों पर चलने की सलाह बीजेपी को कतई रास नहीं आई। सत्तापक्ष ने लगातार विपक्ष को बोलने से रोकने की कोशिश की। यही नहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान कर संघ और बीजेपी की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी.
महानगर अध्यक्ष वेद सिंह कमल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी समेत प्रतिपक्ष ने पीएम मोदी से अमित शाह के इस्तीफा की मांग की है। पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी हमेशा से डॉ. आबेडकर और संविधान विरोधी रही है। जिला प्रवक्ता सुनील कृष्ण गौतम ने बताया कि 24 दिसंबर को कांग्रेस पार्टी बाबा साहब अंबेडकर सम्मान मार्च का आयोजन करेगी। जिसके तहत साहबगंज के वाल्दा स्थित बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के पश्चात मार्च निकाला जाएगा, जो चौक रिकाबगंज होते हुए सिविल लाइंस स्थित गांधी प्रतिमा पर जाकर समाप्त होगा। पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से रामकरन कोरी ,रेनू राय, राम अवध पासी, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामेंद्र त्रिपाठी, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष दिलीप रावत, राजेंद्र प्रसाद, मौजूद रहे।