अयोध्या। जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने अफीम कोठी के जीर्णाेद्धार कार्यों का निरीक्षण किया। 14 कोसी परिक्रमा मार्ग किनारे स्थित अफीम कोठी के हेरिटेज शुरु को संरक्षित करने के कार्य का जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम के विभिन्न ऐतिहासिक भवनों एवं सुंदर आदि को उनकी पौराणिकता को सजाने संवारने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। 1756 से 1775 ईसवी के मध्य निर्मित अफीम कोठी के पुनरुद्धार का कार्य किया जा रहा है इसको ठीक के निर्माण के जिन सामग्रियों का प्रयोग किया गया था उसी सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है इसमें संपूर्ण कार्य चूना, सुर्खी, शीशा, मेथी, उड़द की दाल, गोंद/गूगल, बेलगिरी पाउडर आदि पदार्थों को मिलाकर बनाए गए मोटार/मसाले का ही प्रयोग किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि अयोध्या धाम में पंचकोशी 14 कोसी एवं 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के किनारे स्थित पौराणिक कुंडू को पुनर्जीवित करने शून्य धार करने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है अब तक हनुमान कुंड, स्वर्णखनि कुंड, गणेश कुंड एवं सूर्य कुंड के समय कहां का कार्य किया जा चुका है दंत धवन कुंड सीता कुंड गिरिजा कुंड पर तीव्र गति से कार्य हो रहा है। भरतकुंड की भी योजना तैयार है। इसी प्रकार समस्त पौराणिक कुंडों एवं ऐतिहासिक भवनों चौक के विभिन्न द्वारों को लिखें हेरिटेज मूल को संरक्षित रखते हुए उनके जीरो अनुसार का कार्य किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि अफीम कोठी में कांप्लेक्स म्यूजियम बनाया जाएगा। उन्होंने अफीम कोठी परिसर में स्थित पेड़ों को बचाते हुए पूरे परिषद को एक मॉडर्न गार्डन के रूप में विकसित करने हैं कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल को निर्देशित किया। तदोपरांत जिलाधिकारी ने जन्म भूमि पथ का निरीक्षण किया तथा 3 घंटे कार्य कराने के निर्देश दिए। उन्होंने स्ट्रीट लाइटों को शीघ्र वितरित करने के निर्देश दिए इसी के साथ ही जन्मभूमि पथ के समस्त कार्यों को शीघ्र अति शीघ्र आगणन की विशिष्टयो से गुणवत्ता के अनुरूप अंतिम रूप प्रदान करने के निर्देश दिए।