अंबेडकर नगर। जनसमस्याओं के निराकरण हेतु कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराते हुए संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन सभी तहसीलों में किया गया।
तहसील भीटी में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन की अध्यक्षता में किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी शिकायतों को गंभीरता से लें और तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करें। तहसील दिवस में जो भी शिकायत आए उनका निस्तारण समय से गुणवत्तापूर्ण करना सुनिश्चित करें।
तहसील भीटी में संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी के समक्ष कुल 88 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। मौके पर चार शिकायती प्रार्थना पत्रों का निस्तारण कर दिया गया तथा शेष 84 शिकायती प्रार्थना पत्रों को निस्तारण हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को प्राप्त कराते हुए निर्देश दिया गया कि शेष शिकायती प्रार्थना पत्रों को ससमय गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए। इस दौरान मौके पर डी एफ ओ ए के कश्यप, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ श्रीकांत शर्मा,जिला विकास अधिकारी विरेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी भीटी तथा जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
तहसील जलालपुर में संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर तहसीलदार जलालपुर के समक्ष कुल 73 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए।जिसमे से पांच शिकायती प्रार्थना पत्र का मौके पर निस्तारित कर दिया गया तथा शेष 68 शिकायती प्रार्थना पत्रों को निस्तारण हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
तहसील टांडा में संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर अपर जिलाधिकारी सदानंद गुप्ता तथा उप जिलाधिकारी टांडा के समक्ष 17 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए । जिसमें से चार शिकायती प्रार्थना पत्रों को मौके पर निस्तारित करा दिया गया। शेष शिकायती प्रार्थना पत्रों का निस्तारण हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
तहसील अकबरपुर में संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर उप जिलाधिकारी अकबरपुर के समक्ष कुल 48 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुई। जिसमें से नौ शिकायती प्रार्थना पत्रों को मौके पर निस्तारण कर दिया गया।शेष शिकायती प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को निस्तारण हेतु प्राप्त करा दिया गया।
तहसील आलापुर मे संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर उप जिलाधिकारी आलापुर के समक्ष कुल 22 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए।जिसमें से तीन शिकायती प्रार्थना पत्रों को मौके पर निस्तारण करा दिया गया तथा शेष शिकायती प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को निस्तारण हेतु निर्देश दिए गए।