जलालपुर, अम्बेडकर नगर। आज से ही नही कई वर्षों से बरसात का मौसम आते ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगते हैं। बरसात की वजह से सब्जियों की पैदावार कम हो जाती है जिसके कारण इनके दामो मे इजाफा हो जाता है। अन्य मौसम मे सब्जियों की पैदावार ज्यादा होने जहां आम लोगों की जरूरतें स्थानीय बाजारों और खेतों से ही पूरी हो जाती हैं वहीं बारिश के मौसम में खेत में पानी लगने और कीड़ों के प्रकोप के चलते लोग कोल्ड स्टोरेज में जमा की गई सब्जियों से काम चलाने को मजबूर होते हैं और इसका फायदा जमाखोर उठाते हैं जो सब्जियों की मांग के अनुसार मुंह मांगे दामों पर सब्जियों की आपूर्ति करते हैं। मौजूदा समय में टमाटर की आसमान छूती कीमतें लोगों को रुला रही है तो अब मिर्चे ने भी आम आदमी की थाली में कड़वाहट घोलना शुरू कर दिया है। स्थानीय बाजार में इस समय टमाटर की कीमत 160 से 200 प्रति किलोग्राम, मिर्चा 200 प्रति किलोग्राम, अदरक 300 प्रति किलोग्राम व हरी सब्जियां भी लगभग 100 प्रति किलोग्राम के आसपास बिक रही हैं। दालों, तेल, राशन आदि के बाद अब सब्जियों के दामों में आये उछाल ने जनमानस की थाली पर असर दिखाना शुरू कर दिया है व आम लोग अभी भी महंगाई पर नियंत्रण हेतु सरकार की ओर आशा भरी नजरों से देख रहे हैं।