अंबेडकर नगर। मनोज कुमार सिंह अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, कृषि उत्पादन आयुक्त एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे होते हुए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य का जायजा लिया गया। सड़क का निर्माण कार्य 91 किलोमीटर होना है। इसमें कुल दो पैकेज है प्रथम पैकेज 44 किलोमीटर तथा द्वितीय पैकेज 47 किलोमीटर का है। प्रथम पैकेज में 80 प्रतिशत कार्य तथा द्वितीय पैकेज में 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। दिसंबर 2023 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी यू पी डा द्वारा एनटीपीसी से फ्लाई एस राख के भण्डार स्थल का निरीक्षण किया गया जहां से पर्याप्त मात्रा में राख नहीं उपलब्ध हो पा रहा है। जिसपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा निर्देश दिए कि गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जाए तथा कार्य के समय को भी बढाकर समय सीमा के अंतर्गत पूरा किए जाने के सख्त निर्देश दिए गए। इसके उपरांत मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा घाघरा ब्रिज का भी जायजा लिया गया तथा निर्देश दिया गया कि समय सीमा के अंतर्गत कार्य पूरा किया जाए।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के निर्माण से राज्य के समग्र विकास का द्वार खुलेंगे, पहुंच को नियंत्रित करने से ईंधन की काफी बचत होगी और प्रदूषण में कमी आएगी।सामाजिक और आर्थिक विकास,उद्योग, व्यापार और पर्यटन से राजस्व में सुधार होगा।सेवा क्षेत्र के साथ विभिन्न उत्पादन सुविधाओं, विकास केंद्रों और कृषि उत्पादक क्षेत्रों को जोड़ने के लिए बेहतर औद्योगिक गलियारा निवेशकों को आकर्षित करेंगे और बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा मिलेगा । निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अविनाश सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन, अपर जिलाधिकारी डॉ. सदानंद गुप्ता, सीनियर मैनेजर लाइजेनिंग एस के सिंह, एनटीपीसी के जनरल मैनेजर सहित अन्य अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे।