जलालपुर अम्बेडकरनगर। नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस महानिरीक्षक के आदेश पर पुलिस ने ग्राम प्रधान समेत कई अन्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच पडताल शुरू कर दी है। जलालपुर कोतवाली क्षेत्र के अशरफपुर भुवा गांव निवासी सविता ने पुलिस महानिरीक्षक से शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि मैं एक शिक्षित बेरोजगार महिला हूं मेरी शादी 7 वर्ष पूर्व हुई थी तभी से मैं नौकरी की तलाश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी । वर्ष 2020 में मेरे गांव के ग्राम प्रधान नरेंद्र देव व उनके भाई अतुल मुझे मिले और कहा कि हमारा व गांव के मोहित ,रोहित व गणेश का संबंध अयोध्या जनपद के सोहावल निवासी सुनील कुमार से है हम लोगों ने कई लोगों को नौकरी रेलवे में लगवा दी है । अगर तुम भी चाहो तो तुम्हारा भी नौकरी लगवा देंगे इसके लिए लाखों रुपए लगेगा । पीडिती ने कहा कि मैं पैसे का इंतजाम करती हूं।। मायके में मेरे मां के नाम जमीन है नौकरी दिलवा देंगे तो जमीन ल कुछ पैसे का इंतजाम कर दूंगी। इन लोगों ने सुनील कुमार से फोन पर बात करवाया उन्होंने भी पूरा आश्वासन दिया जब नियुक्ति पत्र मिल जाएगा तो रुपया दीजिएगा इसके पूर्व कुछ पैसा दे दीजिए। उनके बातों पर विश्वास करते हुए 16 अक्टूबर 2020को मैं ₹50000 उसके खाते में डाल दिया। उसके बाद विपक्षी रोहित जनवरी माह 2021 मे डीआरएम लखनऊ का नियुक्ति पत्र दिया और फर्जी तरीके से परीक्षा व ट्रेनिंग दिलवाई । इस दौरान शेष रुपए का भुगतान हेतु मेरी मां से विपक्षी मोहित और उसकी पत्नी के नाम जमीन बैनामा करा लिया । जब मैं नियुक्ति पत्र लेकर डीआरएम कार्यालय लखनऊ गई तो पता चला की नियुक्ति पत्र फर्जी है।
पीडिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध 419, 420 समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है। कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है। ग्राम प्रधान नरेंद्र देव ने बताया कि मेरी उन लोगों से कई वर्षों से आवाजाही और बोलचाल बंद है यह साजिश के तहत मेरे व मेरे भाई के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है जबकि इस मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है।