जलालपुर अंबेडकर नगर। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के तत्वधान में विकासखंड भियांव ब्लॉक के रफीगंज में जनता जूनियर हाई स्कूल में रविवार को बैठक आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता विनोद तिवारी तथा संचालन जिला महासचिव वागीश मिश्रा ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला अध्यक्ष राजेश कुमार त्रिपाठी मौजूद रहे। कार्यक्रम में अतिथियों ने प्रभु भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण व दीपार्चन कर कार्यक्रम की शुरुआत की । सर्वप्रथम कार्यक्रम में संगठन के वरिष्ठ सदस्य पंडित कमलापति त्रिपाठी की मृत्यु पर दो मिनट का मौन रखा गया। इस दौरान जिला अध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी ने कहा कि संगठन की शक्ति से ही समाज की दिशा व दशा बदला जा सकता है, जिसके लिए यह संगठन कटिबद्ध है। वर्तमान समय में देखा जा रहा है समय-समय पर ब्राह्मण समाज का उत्पीड़न होता चला आ रहा है। हम सरकार से इस पर गंभीरता से विचार कर ब्राह्मण कल्याण परिषद के गठन की बार-बार मांग कर रहे हैं। सरकार को इस पर विचार करना ही होगा। उन्होंने बताया कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए हमारे समाज में विष बमन करते रहे और कहीं न कहीं हम उसका जवाब नहीं दिए। मौजूदा समय में सरकार ने गुरुकुल को बढ़ावा देकर सनातन व आधुनिक शिक्षा पर जोर दे रही है। अब वक्त आ गया है, हम सब इसके प्रति जागरूक होकर लोगों को शास्त्रों की शिक्षा के लिए प्रेरित करें। सनातन धर्म कभी भी भेदभाव नहीं रखा है न तो यहां जातियों का महत्व था। लेकिन निजी स्वार्थ के चलते राजनीतिक दलों द्वारा हमारे खिलाफ सोची समझी राजनीति के तहत कुचक्र रच के हमें अपने ही भाइयों से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन अब अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा ऐसा होने नहीं देगी। संगठन मंत्री बलराम मिश्रा ने कहा हम खुद एकजुट होकर सर्व समाज को संगठित करने का संकल्प लेंकर लोगों के अंदर अपने प्रति राजनीतिक पार्टियों द्वारा भरी जा रहे विष को हम प्रेम से दूर करेंगे। उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि सरकारों द्वारा सनातन समाज को अपनी धार्मिक शिक्षा से एक कुचक्र के तहत दूर कर दिया गया और आज उन्हें उसके खिलाफ ही भड़काया जा रहा है। उन्होंने आवाहन किया कि हम सबको मिलकर समाज में सनातन धर्म के प्रति रचे जा रहे कुचक्र के प्रति गंभीर होना होगा और सर्व समाज को जगाना होगा। पूरे सनातन समाज को फिर से वेद शास्त्रों और धार्मिक ग्रंथो के अध्ययन के लिए जागरूक करना होगा क्योंकि सनातन संस्कृति पूर्ण रूप से साइंटिफिक है। कार्यक्रम मे पूर्व प्रधान संगठन मंत्री गंगाधर दुबे ने बताया आदिकाल से ब्राह्मण समाज जंगलों में तपस्या करके ऋषियों के रूप में इस देश को सींचा है और सबको एक दृष्टि से देखा है। मात्र राजनीति हटा दिया जाए तो हमारे साहित्य जैसा दुनिया में कोई भी धार्मिक साहित्य नहीं है। आज विदेशी हमारी संस्कृति का अनुसरण कर रहे हैं लेकिन हम अपनी संस्कृति को छोड़कर पश्चिमी संस्कृति के आगोश में जा रहे है। जो सबसे दुखद है, हमें सर्व समाज को इस पीड़ा से मुक्त करना होगा नहीं तो नए-नए बच्चे आज आत्महत्या के लिए प्रेरित हो रहे हैं। इसका समाधान मात्र सनातन धर्म में है। यह सनातन संस्कृति के अध्ययन से ही दूर हो सकती है। इस दौरान पंडित हरिशंकर तिवारी, नन्हे चौबे, महेंद्र कुमार पांडेय, अरविंद तिवारी , आचार्य मंटू तिवारी नरसिंह भगवान उपाध्याय अनिल तिवारी अमरनाथ शुक्ला राजेंद्र प्रसाद दुबे अतुल तिवारी सर्वेश पांडे चंद्रशेखर तिवारीसहित भारी संख्या में लोग उपस्थित है।