अयोध्या। मिल्कीपुर उपचुनाव में परिवारवाद के मुद्दे से भारतीय जनता पार्टी सपा के वोटरों में सेंधमारी की तैयारी कर रही है। 17 जनवरी नामांकन सभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने परिवारवाद मुद्दा उठाया। शुक्रवार को हैरिंग्टनगंज के पलिया में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ने परिवारवाद को जनता के विकास में बाधा बताया। भाजपा नेता लगातार जनचौपाल से लेकर बड़ी जनसभाओं में परिवारवाद की बातें कह रही है। भाजपा प्रत्याशी को सामान्य कार्यकर्ता बता रहे है।
मिल्कीपुर विधानसभा में विगत दो दशकों सेन परिवार का दबदबा रहा है। 1993 तथा 1996 में मित्रसेन यादव ने यहां जीत दर्ज की थी। 2002 तथा 2007 का चुनाव उनके पुत्र आनंदसेन ने जीता था। हांलाकि 1993 का चुनाव मित्रसेन यादव ने सीपीआई तथा 2007 का चुनाव आनंद सेन ने बसपा के टिकट पर जीता था। 1996 व 1998 का लोकसभा चुनाव भी मित्रसेन ने सपा के टिकट पर लड़ा। 2004 में बसपा से सांसद बने।
2012 में सुरक्षित सीट होने के बाद अवधेश प्रसाद को यहां से टिकट दिया गया। इससे पूर्व वह सोहावल विधान सभा से सात बार विधायक रहे हैं। 2012, 2017 तथा 2022 का विधानसभा चुनाव अवधेश प्रसाद ने सपा के टिकट पर लड़ा। 2012 तथा 2022 के चुनाव में विजय प्राप्त किया। 2024 लोक सभा चुनाव में अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद उनके पुत्र अजीत प्रसाद को सपा ने टिकट दिया। तब से लगातार भारतीय जनता पार्टी परिवारवाद के मुद्दे पर मुखर है। भाजपा परिवार वाद के मुद्दे को उठा कर सपा के वोटरों तथा द्वितीय पंक्ति के नेताओं में सेंधमारी का प्रयास कर रही है।
सपा के पीडीए के जवाब में महाकुम्भ की व्यवस्थाओं की चर्चा भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही है। बिना भेदभाव के संगम स्नान की बातें कही जा रही है। योजनाओं का बिना भेदभाव लाभ देने की चर्चा की जा रही है। यादव वोटरों में सेधमारी के लिए मुलायम परिवार की बहु अपर्णा यादव ने जनसंवाद किया।
भाजपा महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव का कहना है परिवारवाद राजनीतिक सुचिता के लिए नासूर है। जिसके कारण मेहनती कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने का अवसर नही मिलता है। अच्छी लीडरशिप का निमार्ण नही होता है। भाजपा में पूर्ण लोकतंत्र स्थापित है। यहां कोई मेहनती कार्यकर्ता आगे बढ़ सकता है।