◆ पार्षद ने कहा कि कागज देखकर खरीदी थी जमीन, विक्रेता का पारिवारिक मामला
◆ प्रकरण में एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने में दी तहरीर, पुलिस कर रही जांच
अयोध्या। नगर कोतवाली के कंधारी बाजार के रहने वाले राजकिशोर का आरोप है कि भाजपा पार्षद ने बिना बंटवारा हुए पैत्रिक सम्पत्ति को उसके चाचा से खरीद लिया। जिसमें कोर्ट में मुकदमा भी चल रहा है। वह बाहर रहता है। जब वह कब्जा करने लगे तो उसे इसका पता चला। जिसके बाद उसने पुलिस से सम्पर्क करके काम रुकवाया। इसके बाद पार्षद ने यह जमीन दूसरे को बेंच दी।
राजकिशोर ने बताया कि उसके चाचा तुलसीराम ने दादा के नाम पुश्तैनी मकान को नगर पालिका में अपने नाम करा लिया। जिसके बाद प्रकरण में कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। वह इसको बेचने का प्रयास कर रहे थे। परन्तु कोई खरीदने को तैयार नहीं था। भाजपा पार्षद बु़द्धपाल प्रजापति ने इसको खरीद लिया। बाद में इसको बेच भी दिया। एफआईआर दर्ज कराने कोतवाली गये थे। जहां पता चला को कोतवाल के आने के बाद मुकदमा दर्ज होगा। वहीं मामले में भाजपा पार्षद बुद्धिपाल प्रजापति का कहना है कि खण्डहर में तब्दील मकान तुलसीराम से फरवरी 2018 में खरीदा था। जिसमें कागज चेक करने पर वह तुलसीराम मौर्या के नाम पर था। जिसे बाद में राकेश के नाम रजिस्ट्री कर दिया। आरोप लगाने वाले हमसे मिले ही नहीं। यह उनके परिवार का मामला है।